Maharashtra School Verification: राज्य की स्कूलों में छात्रों के डॉक्यूमेंट की होगी जांच, शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

Maharashtra School Verification : महाराष्ट्र (Maharashtra) के शिक्षा विभाग ने स्कूलों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. राज्यभर की सभी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति और दस्तावेज़ों की व्यापक जांच जल्द ही शुरू की जाएगी. यह जांच विशेष टीमों की मौजूदगी में स्कूल परिसर में ही की जाएगी.

प्राथमिक शिक्षा संचालक (Director of Primary Education) शरद गोसावी और माध्यमिक शिक्षा संचालक डॉ. महेश पालकर ने स्पष्ट कहा है कि जांच के दौरान यदि किसी स्कूल में फर्जी तरीके से छात्रों की एंट्री पाई गई या संख्या में अनियमितता सामने आई, तो संबंधित अधिकारियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.ये भी पढ़े:Maharashtra RTE Admission Lottery 2025: महाराष्ट्र के स्कूलों में आरटीई एडमिशन के लिए रिजल्ट जारी, जानें लिस्ट में आपके बच्चे का नाम है या नहीं, ऐसे करें चेक

UDISE+ सिस्टम के आधार पर होगी छात्रों की जानकारी की पुष्टि

शिक्षा विभाग (Education Department) के अनुसार, शैक्षणिक वर्ष 2025–26 से सभी स्कूलों की मान्यता प्रक्रिया UDISE+ प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर ही होगी.मुख्याध्यापक अपने लॉगिन से छात्रों का पूरा डेटा UDISE+ सिस्टम में दर्ज कर रहे हैं. इस जानकारी की सत्यता जांचने की ज़िम्मेदारी केंद्रप्रमुख, विस्तार अधिकारी (बीट) और गटशिक्षणाधिकारी की होगी.हालांकि, इन रिकॉर्ड्स की फील्ड-लेवल जांच कब से शुरू होगी, यह तारीख अभी घोषित नहीं की गई है.

केंद्रप्रमुखों को स्कूलों में जाकर सत्यापन करना अनिवार्य

प्रत्येक केंद्रप्रमुख को अपने क्षेत्र की सभी स्कूलों में जाकर छात्रों के दस्तावेज़ (Documents) और उपस्थिति की प्रत्यक्ष जांच करनी होगी.इसमें ये बिंदु शामिल होंगे,'स्कूल की दैनिक उपस्थिति,जांच के दिन उपस्थित छात्र,परीक्षा के समय मौजूद रहे विद्यार्थी.अगर किसी भी स्तर पर फर्जी प्रविष्टि या छात्रों की संख्या में गड़बड़ी पाई गई, तो जिम्मेदारी मुख्याध्यापक और संबंधित शिक्षा अधिकारियों पर तय होगी.

फर्जी या लगातार अनुपस्थित छात्रों के नाम हटेंगे

शिक्षा विभाग (Education Department) ने स्पष्ट किया है कि केंद्रप्रमुख अपनी रिपोर्ट में,'झूठी जानकारी पर आधारित छात्रों को सूची से हटाएंगे.लंबे समय से अनुपस्थित छात्रों की एंट्री रद्द करेंगे.स्कूल स्टाफ, शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी जो अनुपस्थित पाए गए, उन पर निलंबन तक की कार्रवाई संभव है.साथ ही, यह भी निर्देश है कि मान्यता के लिए भेजी जाने वाली छात्रों की संख्या में अनियमित बढ़ोतरी बिल्कुल नहीं की जानी चाहिए.

15 दिसंबर तक पूरी होगी छात्र सत्यापन प्रक्रिया

गटशिक्षणाधिकारी उन छात्रों की दोबारा जांच करेंगे जिन्हें केंद्रप्रमुखों ने संदिग्ध बताया है. यदि छात्रों का डेटा सही पाया जाता है तो ही उसे अंतिम सूची में शामिल किया जाएगा.शिक्षा मंडल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि छात्रों की अंतिम सत्यापन प्रक्रिया 15 दिसंबर तक पूरी की जाए.