Actor Chandrachur Singh: करोड़ों रूपए की पुश्तैनी संपत्ति पर अवैध कब्ज़ा, बॉलीवुड एक्टर चंद्रचूड सिंह ने की अलीगढ के डीएम से मुलाकात: VIDEO
Actor Chandrachur Singh (Credit -@PTI_News)

Actor Chandrachur Singh: बॉलीवुड अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह (Chandrachur Singh) अपनी मां के साथ मंगलवार को अलीगढ जिला कलेक्टर कार्यालय (District Magistrate Office) पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी पैतृक हवेली पर चल रहे विवाद में प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की. उनका कहना है कि परिवार के कुछ लोग इस संपत्ति पर ग़ैरकानूनी कब्जा (Illegal Possession) करने की कोशिश कर रहे हैं.अभिनेता ने जिला प्रशासन को कई कानूनी दस्तावेज़ (Legal Papers) सौंपे हैं, जिनमें हवेली की वर्तमान स्थिति और उनके दावे के आधार शामिल हैं.

चंद्रचूड़ ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक संपत्ति पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा न होने दिया जाए. इस वीडियो (Video) को सोशल मीडिया X पर @PTI_News नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:Crime Patrol Actor Raghav Tiwari Attacked in Mumbai: ‘क्राइम पेट्रोल’ अभिनेता राघव तिवारी पर मुंबई में रोड रेज के दौरान हमला, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप

एक्टर चंद्रचूड डीएम से मिलने पहुंचे

राजनीतिक व शाही परिवार से संबंध

चंद्रचूड़ सिंह एक प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं. उनके पिता बलदेव सिंह कभी खैर से विधायक (MLA) रहे हैं, जबकि उनकी मां कृष्णा कुमारी देवी ओडिशा के बोलांगीर के शाही परिवार (Royal Family) से संबंध रखती हैं. फिल्मों में आने से पहले चंद्रचूड़ ने दून स्कूल (The Doon School) और सेंट स्टीफेंस कॉलेज (St. Stephen’s College) से शिक्षा प्राप्त की और पहले सिविल सेवा (Civil Services) में जाने का विचार था.

फिल्मी करियर का सफर

चंद्रचूड़ सिंह 90 के दशक के लोकप्रिय चेहरों में से एक रहे हैं. उन्होंने तेरे मेरे सपने (Debut Film) से शुरुआत की और उसके बाद गुलज़ार की माचिस (Critically Acclaimed Movie) में अपने अभिनय से प्रशंसा पाई. जोष में शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय के साथ, क्या कहना में प्रीति जिंटा के साथ, और दाग: द फायर जैसी फिल्मों से उन्होंने अपनी पहचान मजबूत की. हाल के वर्षों में उन्होंने कटपुतली (Thriller Film) और बयान (Indie Drama) से वापसी की है.

मामले की वर्तमान स्थिति

अभिनेता ने प्रशासन से आधिकारिक रूप से अनुरोध किया है कि उनकी पैतृक हवेली को किसी भी अनधिकृत कब्जे (Unauthorized Takeover) से बचाया जाए. अधिकारियों ने उनकी शिकायत दर्ज कर ली है और बताया है कि अगला कदम दस्तावेज़ों की सत्यापन प्रक्रिया (Verification Process) के बाद लिया जाएगा.