World AIDS Day 2025 Slogans in Hindi: विज्ञान ने भले ही कितनी ही तरक्की क्यों न कर ली हो, लेकिन अभी तक एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) संक्रमण को खत्म करने या इसे रोकने का कोई कारगर इलाज नहीं मिल पाया है. यह एक लाइलाज और जानलेवा बीमारी है, इसलिए गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस यानी वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) मनाया जाता है.बता दें कि एड्स, एचआईवी वायरस के संक्रमण से होने वाली एक जानलेवा बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाकर, शरीर के संक्रमण और बीमारी से लड़ने की क्षमता को काफी कमजोर कर देती है. एसटीआई के अलावा यह संक्रमण संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित व्यक्ति को लगे इंजेक्शन का उपयोग करने, संक्रमित मां से उसके बच्चे में फैल सकता है.
दरअसल, एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का खतरा वैश्विक स्तर पर बढ़ा हुआ है, जो ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होता है. असुरक्षित यौन संबंध के अलावा यह गंभीर बीमारी कई और तरीकों से फैल सकती है, इसलिए 1 दिसंबर यानी विश्व एड्स दिवस पर आप इन हिंदी स्लोगन, कोट्स, वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक मैसेजेस को शेयर करके इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैला सकते हैं.





बताया जाता है कि एचआईवी से संक्रमित होने के करीब 2 से 4 सप्ताह के भीतर फ्लू जैसी बीमारी विकसित होने लगती है. इससे संक्रमित व्यक्ति में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गले में खराश, मुंह में घाव और वजन घटने जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं. शुरुआत में ये लक्षण इतने हल्के होते हैं कि लोगों का इस पर ध्यान नहीं जाता है, लेकिन समय के साथ-साथ यह रोग और इसके लक्षण गंभीर रूप लेने लगते हैं.
हालांकि कुछ मेडिकल रिपोर्ट्स में इसके उपचार के ट्रायल का जिक्र मिलता है, बावजूद इसके इसे लाइलाज बीमारी ही माना जाता है, इसलिए कहा जाता है कि एचआईवी संक्रमण से बचाव ही इसका सबसे बेहतर इलाज है. कई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दुनियाभर में एड्स और एचआईवी संक्रमण को लेकर लोगों में कई सारी गलतफहमियां हैं, ऐसे में इस बीमारी को लेकर लोगों तक सही जानकारी पहुंच सके और लोग इसके प्रति जागरूक हो सकें, इसलिए 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है.













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