China Condom Tax: चीन की सरकार एक बार फिर चर्चा में है और इस बार वजह है गर्भनिरोधक उत्पादों पर लगाया गया टैक्स. पिछले कुछ सालों से चीन की आबादी लगातार कम हो रही है और सरकार इस गिरावट को रोकने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है. इसी वजह से अब वहां कंडोम से लेकर पिल्स तक, सभी पर टैक्स लगाया जाएगा. इससे पहले लगभग 30 साल तक इन चीजों पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता था.
कंडोम पर टैक्स लगाकर क्या पाना चाहता है चीन
नई नीति के तहत अब कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां और अन्य फैमिली प्लानिंग उत्पादों पर 13% वैट देना होगा. चीन प्रशासन का तर्क है कि जब गर्भनिरोधक चीजें महंगी होंगी, तो लोग इनके इस्तेमाल पर दोबारा सोचेंगे और शायद बच्चा पैदा करने का फैसला जल्दी लें. सरकार की यह रणनीति जनसंख्या बढ़ाने के बड़े प्लान का हिस्सा है.
तीन दशक में बदला देश का माहौल
कभी चीन ने एक बच्चा नीति लागू करके सख्ती से जन्म नियंत्रित करवाया था. तब परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए गर्भनिरोधक साधनों को टैक्स मुक्त रखा गया था. लेकिन अब तस्वीर उलट चुकी है. लोगों के बच्चे न पैदा करने की वजह से जनसंख्या लगातार नीचे जा रही है, जिससे भविष्य में चीन की अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ने का डर है.
कुछ सेवाएं होंगी टैक्स फ्री
जहां गर्भनिरोधक उत्पाद महंगे होंगे, वहीं बच्चों से जुड़ी सेवाओं पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. सरकार का मानना है कि अगर नर्सरी, प्री-स्कूल, बुजुर्गों की देखभाल, दिव्यांगों की सेवाएं और शादी-समारोह जैसी सुविधाएं सस्ती होंगी, तो लोग परिवार बढ़ाने के लिए ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे. इससे बच्चों की परवरिश का खर्च भी कम होगा.
क्यों नहीं पैदा करना चाहते लोग बच्चे
चीन में तीन साल से आबादी गिर रही है. लोगों का कहना है कि नौकरी की अनिश्चितता, बढ़ती महंगाई और बच्चे पालने का भारी खर्च उन्हें परिवार बढ़ाने से रोक रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में एक बच्चे को 18 साल तक पालने में 5.38 लाख युआन तक खर्च हो जाता है, जो आम परिवारों के बजट से काफी ज्यादा है. सरकार पहले ही बच्चे के जन्म पर कैश इनाम, लंबी छुट्टियां और चाइल्ड केयर स्कीम जैसी सुविधाएं दे रही है, लेकिन फिर भी लोग बच्चे पैदा करने को तैयार नहीं हैं.













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