
आजकल सोशल मीडिया पर Studio Ghibli-स्टाइल AI इमेजेस का ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है. AI अब सिर्फ टेक्नोलॉजी गीक्स तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आम लोग, कंटेंट क्रिएटर्स और ब्रांड्स भी इसे अपनाकर अपनी ऑडियंस से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं. AI इमेज जेनरेशन के इस नए ट्रेंड ने इंटरनेट पर तूफान मचा दिया है. खासतौर पर ChatGPT-40 और X के Grok 3 चैटबॉट के जरिए लोग अपनी तस्वीरों को Studio Ghibli-स्टाइल में बदल रहे हैं.
हालांकि, इस नए ट्रेंड को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. क्या AI-जनित तस्वीरें केवल एक मजेदार ट्रेंड हैं, या इससे हमारी प्राइवेसी को खतरा हो सकता है?
ChatGPT और Grok 3 का Ghibli-स्टाइल इमेज जेनरेटर
आज सोशल मीडिया पर एक स्क्रॉल भर करने से आपको Ghibli-स्टाइल में बदली गई ढेरों तस्वीरें दिख जाएंगी. यह ट्रेंड इतना लोकप्रिय हो गया कि OpenAI के ChatGPT-40 ने इसे सपोर्ट करना शुरू कर दिया. वहीं, X (पहले ट्विटर) के AI चैटबॉट Grok 3 ने भी यूजर्स को यह फीचर ऑफर करना शुरू कर दिया.
Ghibli-स्टाइल ट्रेंड या प्राइवेसी का खतरा?
🚨 Most people haven't realized that the Ghibli Effect is not only an AI copyright controversy but also OpenAI's PR trick to get access to thousands of new personal images; here's how:
To get their own Ghibli (or Sesame Street) version, thousands of people are now voluntarily… pic.twitter.com/zBktscNOSh
— Luiza Jarovsky (@LuizaJarovsky) March 29, 2025
इस बीच Hayao Miyazaki के फैंस का कहना है कि यह ट्रेंड Studio Ghibli के मूल सिद्धांतों और आर्टिस्टिक फ्रीडम के खिलाफ है. इससे कॉपीराइट और क्रिएटिव ओनरशिप को लेकर भी विवाद छिड़ गया है. लेकिन इन सबके बीच एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है डेटा प्राइवेसी.
स्टूडियो घिबली आर्ट-स्टाइल ने बढ़ाई प्राइवेसी की चिंता
⚠️ Think before you #Ghibli ⚠️
That cute “Ghibli-style” selfie? It might cost more than you think.
🔎 Your photo could be misused or manipulated.
🧑💻 AI may train on it without your consent.
💰 Data brokers might sell it for targeted ads.
Stay cyber smart. Your privacy matters.… pic.twitter.com/aEjT3sHtTN
— Himachal Cyber Warriors (@hpcyberwarriors) March 29, 2025
Ghibli-स्टाइल ट्रेंड या प्राइवेसी का खतरा?
AI जेनरेटेड इमेजेस जितनी आकर्षक दिखती हैं, उतना ही बड़ा सवाल इससे जुड़ा हुआ है – क्या हम अपनी निजी तस्वीरें AI टूल्स के हवाले करके अपनी प्राइवेसी से समझौता कर रहे हैं?
General Data Protection Regulation (GDPR) के तहत OpenAI को ‘वैध उद्देश्य’ (Legitimate Interest) के आधार पर ही यूजर्स की तस्वीरों का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है. लेकिन जब आप अपनी फोटो अपलोड करते हैं, तो आप टर्म्स एंड कंडीशंस को अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार कर लेते हैं, जिससे AI कंपनियों को आपकी डेटा का उपयोग करने की छूट मिल जाती है.
AI और टेक्नोलॉजी प्राइवेसी एक्सपर्ट Luiza Jarovsky ने चेतावनी दी है कि "जब लोग अपनी तस्वीरें अपनी इच्छा से अपलोड करते हैं, तो वे OpenAI को उन्हें प्रोसेस करने की सहमति देते हैं. यह एक अलग कानूनी आधार बनाता है, जिससे OpenAI को ज्यादा स्वतंत्रता मिल जाती है और कानूनी सुरक्षा मानकों की जरूरत कम हो जाती है."
AI टूल्स पर अपनी प्राइवेसी की सुरक्षा कैसे करें?
- अगर आप भी AI इमेज जेनरेशन का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको अपनी प्राइवेसी सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
- हाई-रेजोल्यूशन इमेज शेयर करने से बचें, क्योंकि AI इनका उपयोग ट्रेनिंग के लिए कर सकता है.
- प्लेटफॉर्म की प्राइवेसी पॉलिसी ध्यान से पढ़ें और समझें कि आपकी डेटा कैसे इस्तेमाल की जा सकती है.
- ऐप डाउनलोड करते समय कैमरा और गैलरी एक्सेस को लिमिट करें या हटा दें.
- डिवाइस अनलॉक करने के लिए फेस रिकग्निशन की बजाय पासवर्ड या पिन का इस्तेमाल करें.
सोच-समझकर अपनाएं AI ट्रेंड्स
इंटरनेट पर आए दिन नए ट्रेंड्स आते हैं, लेकिन उनके साथ डेटा लीक और प्राइवेसी खतरे की खबरें भी सुर्खियों में रहती हैं. इसीलिए, Ghibli-स्टाइल AI ट्रेंड में शामिल होने से पहले सोचें कि क्या यह मजेदार ट्रेंड आपके निजी डेटा के लिए खतरा बन सकता है?