
Jio Eat Scam: अगर आप ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के शौकीन हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल, एक नई फर्जी वेबसाइट ‘Jio Eat’ के नाम पर लोगों को सस्ते खाने का लालच देकर बड़े पैमाने पर ठगी की जा रही है. इस वेबसाइट ने रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के नाम और लोगो का इस्तेमाल कर एक नकली फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म खड़ा कर दिया है, जो अब तक कई लोगों को चूना लगा चुका है. फर्जी वेबसाइट www.jioeat.in पर दावा किया जा रहा है कि ये सर्विस बेंगलुरु, दिल्ली-NCR, मुंबई, हैदराबाद, पुणे समेत 15 शहरों में चालू है.
वेबसाइट पर एक बेहद लुभावना ऑफर दिया गया है, INR 500 तक का कोई भी खाना सिर्फ 99 रुपये में, वो भी फ्री डिलीवरी के साथ! यही नहीं, वेबसाइट कहती है कि यह सेवा 24/7 उपलब्ध है और इसमें कोई हिडन चार्ज नहीं है.
‘Jio Eat’ के नाम पर हुआ फ्रॉड
🚨 BREAKING: @OnePlus_IN STILL RUNNING FRAUD ADS! 🚨
RIGHT NOW (10 June 7:23 PM) - my OnePlus 12 news feed (swipe-right section) is STILL showing the SCAM ad for "Jio Eat" that stole ₹10,798 from me yesterday!
PROOF: [Attach screenshot] pic.twitter.com/ULoEryDr2Y
— Desider Sequeira (@desider1) June 10, 2025
'जियो' के नाम का हो रहा मिसयूज
Hey reliance jio. Someone is using your company's name to run a fake food delivery service. They call themselves "Jio Eat" and over that they also run ads on youtube. They also have a website: ( https://t.co/NiXP6yzs9K ). Please look onto this.@reliancejio @RIL_Updates pic.twitter.com/NRZoRfxC1a
— debmallya mitra (@debmallyamitra) June 16, 2025
बड़े रेस्टोरेंट्स के नाम भी जोड़े गए
वेबसाइट को असली दिखाने के लिए Pizza Hut, Subway, Burger King जैसे बड़े रेस्टोरेंट्स के नाम भी जोड़े गए हैं. साथ ही, वेबसाइट पर प्राइवेसी पॉलिसी, शिपिंग और डिलीवरी पॉलिसी और टर्म्स एंड कंडीशंस भी दिखाए जा रहे हैं ताकि लोगों को शक न हो.
ठगी का तरीका (Modus Operandi)
जब कोई यूजर ऑर्डर करता है, तो उसे सिर्फ डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भुगतान का विकल्प मिलता है. जैसे ही आप भुगतान करने जाते हैं, तो आपको एक OTP भेजा जाता है, but here's the catch! उस OTP के साथ बहुत बड़ी रकम की पेमेंट रिक्वेस्ट छुपी होती है. यदि कोई यूजर OTP पढ़े बिना एंटर कर दे, तो हजारों की रकम कट जाती है और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
इस ठगी को YouTube Ads के जरिए प्रमोट किया जा रहा है और X (Twitter), LinkedIn, Reddit जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर कई यूजर्स ने इसकी शिकायत भी की है.
रिलायंस रिटेल ने भी दी प्रतिक्रिया
इस मामले में रिलायंस रिटेल ने स्पष्ट किया है कि उनका इस तरह की किसी सेवा से कोई लेना-देना नहीं है. कंपनी ने इस फर्जीवाड़े के खिलाफ जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.
देश में डिजिटल ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वित्त मंत्रालय के मुताबिक FY25 के पहले 10 महीनों में 2.4 मिलियन डिजिटल फ्रॉड केस सामने आए हैं, जिनमें INR 4,245 करोड़ का नुकसान हुआ है.