Russia Ukraine War: यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. रूस द्वारा लगातार कीव में बमबारी जारी है. रिहायशी इलाकों से भी धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है. सड़कों पर सायरन बज रहे हैं. इस बीच इंडियन एंबेसी ने वहां फंसे भारतीयों को सख्त एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को आज ही छोड़ दें. कहा गया है कि जो साधन मिले उसे तुरंत पकड़कर वे कीव से निकल जाएं.
भारतीय दूतावास ने एक परामर्श में कहा, "छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों को आज तत्काल कीव छोड़ने की सलाह दी जाती है. उपलब्ध ट्रेनों या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम से निकलने की कोशिश करें." रिपोर्ट के अनुसार कि रूसी सैनिक कीव की सड़कों पर पहुंच गए हैं और हवाई हमले शुरू होने वाले हैं.
Advisory to Indians in Kyiv
All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022
बता दें कि कीव में जोरदार धमाकों से आसमान में आग और धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा, रूसियों के लिए कीव ‘‘मुख्य लक्ष्य’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारे देश की राष्ट्रीयता को खंडित करना चाहते हैं और इसलिए राजधानी लगातार खतरे में है.’’
आज सुबह, दूतावास ने कहा कि 24 फरवरी से दूतावास में मौजूद 400 छात्रों ने मिशन के प्रयासों के माध्यम से ट्रेन से सफलतापूर्वक कीव छोड़ दिया है. दूतावास ने कहा था, "कीव से पश्चिमी सीमाओं की ओर 1,000 से अधिक भारतीय छात्रों की आवाजाही सुनिश्चित की गई।"
सोमवार को, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने फंसे हुए नागरिकों को सूचित किया था कि कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया है और उन्हें रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ने की सलाह दी है. दूतावास ने एक बयान में कहा, "सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी जाती है."
यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है. दूतावास ने कहा, "हम सभी भारतीय नागरिकों / छात्रों से शांत, शांतिपूर्ण और एकजुट रहने का अनुरोध करते हैं."
रेलवे स्टेशनों पर एक बड़ी भीड़ की उम्मीद की जा सकती है, इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि सभी भारतीय छात्र धैर्य रखें, संयमित रहें और विशेष रूप से रेलवे स्टेशनों पर आक्रामक व्यवहार न करें.