Mumbai Auto Booking App: मुंबई और ठाणे के लोगों के लिए अब ऑटो बुकिंग करना और भी आसान हो गया है. दरअसल, सेवा सारथी ऑटो रिक्शा टैक्सी एंड ट्रांसपोर्ट यूनियन (SSATTU) और सॉफ्टवेयर कंपनी मेटाजेन लैब्स ने मिलकर एक नया ऑटो बुकिंग ऐप 'यात्री मित्र' लॉन्च किया है. यह ऐप खासतौर पर इसीलिए बनाया गया है ताकि यात्रियों को मीटर रेट पर ही ऑटो की सुविधा मिल सके. इसके साथ ही ड्राइवरों को भी बिना किसी कटौती के पूरा किराया सीधे मिले. यात्री मित्र ऐप फिलहाल बीटा वर्जन में लॉन्च किया गया है और अभी ड्राइवरों को प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा रहा है.
थाणे की आईटी कंपनी मेटाजेन लैब्स, जो काइजेन इन्फोटेक सॉल्यूशंस की सहायक कंपनी है, इस ऐप की मालिक है. काइजेन ने इससे पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, ठाणे नगर निगम और गोडरेज ग्रुप जैसे बड़े क्लाइंट्स के लिए भी काम किया है.
भैया! चिल्लाने से अच्छा है बुक करें 'यात्री मित्र'
📲 From shouting “Bhaiya!” to tapping “Book” #Yatri Mitra way! pic.twitter.com/rYUuHi2Pmo
— Yatri Mitra (@YatriMitra) July 16, 2025
ड्राइवरों के लिए नो-कमीशन मॉडल
यात्री मित्र ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें ड्राइवरों से किसी भी तरह का कमीशन नहीं लिया जाएगा. उन्हें सिर्फ ₹25 प्रतिदिन प्लेटफॉर्म शुल्क देना होगा, जिसके बदले में उन्हें ऐप के जरिए राइड मिलेंगी. यानी, जो किराया यात्री से मिलेगा, वह सीधा ड्राइवर को जाएगा.
इतना ही नहीं, ऐप के जरिए जुड़े ड्राइवरों को ₹3 लाख से ₹5 लाख तक का दुर्घटना बीमा भी मिलेगा, जो कि एक बड़ी सुविधा है.
पहले दिन जुड़े 2,000 से ज्यादा ड्राइवर
मेटाजेन लैब्स के डायरेक्टर नरेंद्र राव ने जानकारी दी कि लॉन्च के पहले ही दिन 2,000 से ज्यादा ड्राइवर ऐप से जुड़ चुके हैं. वहीं, यूनियन के महासचिव डीएम गोसावी ने बताया कि यात्री मित्र ऐप से ऑटो बुक करने पर यात्रियों से कोई अतिरिक्त सुविधा शुल्क (कन्वीनियंस फी) नहीं लिया जाएगा. उन्हें सिर्फ मीटर के हिसाब से किराया देना होगा.
15 जुलाई से फुल लॉन्च की योजना
‘यात्री मित्र’ ऐप का फुल स्केल लॉन्च 15 जुलाई को होना है. इसके बाद कंपनी का प्लान है कि वह टैक्सी और कैब सर्विस की तरफ भी कदम बढ़ाए. आने वाले महीनों में यह सेवा महाराष्ट्र के अन्य शहरों में भी शुरू की जा सकती है.
बेंगलुरु की ‘नम्मा यात्री’ ऐप जैसा
यह मॉडल बेंगलुरु की ‘नम्मा यात्री’ ऐप जैसा ही है, जिसने बिना कमीशन वाला ट्रेंड शुरू किया था. अब इसी राह पर मुंबई की ‘यात्री मित्र’ भी चल पड़ी है. इसके अलावा ओला और ऊबर जैसे बड़े ब्रांड्स भी अब नो-कमीशन मॉडल की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं.
ऐसे में आने वाले समय में यात्रियों और ड्राइवरों दोनों को बेहतर और पारदर्शी सेवा मिलने की उम्मीद है.













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