Former Pakistan PMs Arrested: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक पूरे देश में जमकर उत्पात मचा रहे हैं. पाकिस्तान की सियासत में यह कोई पहला मौका नहीं है, जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले भी पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. Travel Advisory For Pakistan: इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में बवाल, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
हुसैन शहीद
हुसैन शहीद पाकिस्तान के पांचवें प्रधानमंत्री थे. उन्होंने जनरल अयूब खान की सरकार का समर्थन करने से इनकार कर दिया था. जुलाई 1960 में कानून के उल्लंघन का आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बिना किसी ट्रायल के हुसैन शहीद को कराची की सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया था.
जुल्फिकार अली भुट्टो
अगस्त 1973 से जुलाई 1977 तक जुल्फिकार अली भुट्टो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर रहे. उन्हें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में सिंतबर 1977 में गिरफ्तार किया गया था. बाद में लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया. लेकिन मार्शल लॉ रेगुलेशन 12 के तहत उन्हें तीन दिन बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और 4 अप्रैल 1979 को फांसी की सजा दे दी गई.
बेनजीर भुट्टो
बेनजीर भुट्टो दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनी. 1985 में उन्हें 90 दिनों के लिए नजरबंद कर लिया गया था. उन्हें कराची की एक रैली में सरकार की आलोचना के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई गई थी. 2007 में वतन वापसी के बाद आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई.
यूसुफ रजा गिलानी
पाकिस्तान में साल 2008 में गठबंधन की सरकार थी, जिसके प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी थे. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया था. पैसों के लेनदेन के आरोप में 2012 में उन्हें पद से हटना पड़ा.
नवाज शरीफ
नवाज शरीफ तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. परवेज मुशर्रफ सरकार के दौरान नवाज शरीफ दस सालों के लिए निर्वासन में जाने को मजबूर हुए. पाकिस्तान लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. निर्वासन की बाकी बची अवधि पूरी करने के लिए उन्हें सऊदी अरब भेज दिया गया था.
शाहिद खाकान अब्बासी
शाहीद खाकान अब्बासी जनवरी 2017 से मई 2018 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर रहे. जुलाई 2019 में उन्हें NAB ने गिरफ्तार कर लिया था. अब्बासी LNG के इम्पोर्ट कॉन्ट्रैक्ट में रिश्वत लेने का आरोप था.जब ये कॉन्ट्रैक्ट दिए गए थे, तब अब्बासी पेट्रोलियम मंत्री के पद पर आसीन थे. उन्हें 2020 में जमानत मिल गई थी.