
पाकिस्तान में कराची से सिंध के नवाबशाह की ओर जा रहीं नेशनल असेंबली की सदस्य और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी असीफा भुट्टो जरदारी उस वक्त एक विवाद में फंस गईं जब उनके काफिले को प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क पर घेर लिया. यह घटना जमशोरो टोल प्लाजा के पास की है, जहां प्रदर्शनकारियों ने नहर परियोजना और कॉर्पोरेट फार्मिंग के विरोध में असीफा के काफिले को कुछ समय के लिए रोक दिया.
लाठी-डंडों से हमला करने की कोशिश, हाईवे पर तनाव
प्रदर्शनकारियों ने सिर्फ विरोध ही नहीं किया, बल्कि लाठी-डंडों से काफिले पर हमला करने की कोशिश भी की. इससे हाईवे पर तनावपूर्ण माहौल बन गया. हालांकि, पुलिस और सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए असीफा के वाहन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और पूरे काफिले को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
क्या है विरोध का कारण?
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे विवादित नहर परियोजना और कॉर्पोरेट फार्मिंग के खिलाफ हैं. उनका आरोप है कि यह परियोजना किसानों और आम जनता के हितों के खिलाफ है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह योजना सिंध के संसाधनों को कॉर्पोरेट हाथों में सौंपने की कोशिश है.
خاتون اول بی بی @AseefaBZ کوٹری سے نواب شاہ کی طرف قافلے کے ساتھ جا رہی تھی راستے میں سید زین شاہ کے گنڈوں نے بی بی اصفہ بھٹو زرداری کے قافلے پر حملہ کر دیا بی بی حملے میں سیف رہی ہم اس بزدلانہ حملے کی شدید مذمت کرتے ہیں اور @Sayed_ZainShah سندھ کی خواتین کی عزت بھول گئے ہیں ۔ pic.twitter.com/QpwQb2aNWv
— Mohammad Omer (@PPPUmer) May 23, 2025
प्रशासन का दावा – काफिला कुछ ही सेकंड रोका गया
जमशोरो के एसएसपी जफर सिद्दीक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि असीफा भुट्टो का काफिला एक मिनट से भी कम समय के लिए रोका गया और इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने कहा, “जहां भी कानून व्यवस्था भंग होती है, पुलिस तुरंत उचित कार्रवाई करती है.”
एफआईआर दर्ज, संदिग्ध गिरफ्तार
एसएसपी ने यह भी बताया कि इस घटना के संबंध में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि सार्वजनिक शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस और सुरक्षा बल सामाजिक शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.