Kolhapur: कोल्हापुर में महाप्रसाद खाने से  बिगड़ी 250 लोगों की तबियत, उल्टी और दस्त के बाद हॉस्पिटल में चल रहा है इलाज
food poisoning (Credit-Twitter)

Kolhapur News: कोल्हापुर (Kolhapur) जिले के गडहिंग्लज तहसील के नेसरी–सांबरे गांव में दत्त जयंती के महाप्रसाद (Mahaprasad) के बाद गंभीर फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) का मामला सामने आया है. शुक्रवार दोपहर प्रसाद ग्रहण करने के बाद 250 से अधिक लोगों को एक साथ उल्टियां, दस्त की शिकायत होने लगी. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के बीमार पड़ने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.सुबह आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में आसपास के 10 से 15 गांवों के लोग शामिल हुए थे. कार्यक्रम समाप्त होने पर सभी को महाप्रसाद दिया गया.

कुछ ही घंटों के भीतर लोगों को नॉजिया (Nausea), पेटदर्द, उल्टियां और डायरिया (Diarrhoea) शुरू हो गया.बीमारी से प्रभावित लोगों में बच्चों, महिलाओं, पुरुषों और बुजुर्गों की संख्या काफी अधिक है. ये भी पढ़े:Food Poisoning in Sangli: स्कूल के हॉस्टल में 23 छात्रों को फ़ूड पॉइजनिंग! उल्टी, पेटदर्द के बाद किया गया हॉस्पिटल में एडमिट, सांगली के वीटा की घटना

मरीज हॉस्पिटलों में भर्ती

अचानक इतनी बड़ी संख्या में मरीज बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग तुरंत अलर्ट हो गया.बीमार व्यक्तियों को एम्बुलेंस (Ambulance) और आसपास की गाड़ियों से नजदीकी हेल्थ सेंटर (Health Centre), उपजिला हॉस्पिटल (Sub-District Hospital) और निजी क्लीनिकों में भर्ती कराया गया. कई मरीजों को तुरंत इलाज दिया गया और डॉक्टरों के अनुसार सभी की स्थिति फिलहाल स्थिर है.साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने गांव में मेडिकल टीमें (Medical Teams) भेजकर घर–घर जांच शुरू कर दी है.

प्रशासन और डॉक्टरों ने संभाली स्थिति

घटना की जानकारी मिलते ही प्रांत अधिकारी एकनाथ कालबांधे उपजिला हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक चंद्रकांत खोत, तथा तहसील स्वास्थ्य अधिकारी गीता कोरे ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया. अधिकारियों ने निर्देश दिया कि सभी मरीजों को आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं.प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि घबराएं नहीं, और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर तुरंत निकटतम हेल्थ सेंटर से संपर्क करें.

महाप्रसाद के नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे

फूड पॉइजनिंग का कारण स्पष्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने महाप्रसाद के सैंपल (Samples) लैब में भेजने की तैयारी की है. जांच रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि फूड पॉइजनिंग का वास्तविक कारण क्या था.