Greater Noida Factory Fire: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में झुग्गियों में लगी भीषण आग, कई परिवारों का सामान खाक, फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियां मौके पर
Lucknow hospital fire (Photo- Pixabay)

ग्रेटर नोएडा, 7 नवंबर : ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के बिसरख थाना क्षेत्र में स्थित राइस चौक के पास भयावह आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. राइस चौक के समीप बनी अस्थाई झुग्गियों में अचानक आग (Fire) भड़क उठी, देखते ही देखते लपटों ने करीब एक दर्जन से अधिक झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया. आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को अपने घरेलू सामान तक निकालने का मौका नहीं मिला. हालांकि राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है. स्थानीय लोगों ने आग लगते ही दमकल विभाग को सूचना दी.

जानकारी मिलते ही फायर विभाग की कुल 5 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का अभियान शुरू किया. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया. दमकल कर्मियों के अनुसार आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाने के लिए लगातार कूलिंग का काम जारी है, ताकि चिंगारी दोबारा न भड़के. यह भी पढ़ें : ‘वंदे मातरम हमें प्रेरणा देता है आजादी की रक्षा कैसे करें’, पीएम मोदी ने किया स्मरणोत्सव का उद्घाटन

झुग्गियों में रहने वाले अधिकतर मजदूर और दिहाड़ी करने वाले परिवार थे, जो आसपास की सोसायटियों और निर्माण स्थलों पर काम करते हैं. अचानक लगी आग के कारण कई परिवारों का राशन, कपड़े, बर्तन, बिस्तर और जरूरी सामान जलकर खाक हो गया. आग लगते ही महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए. हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है.

दमकल विभाग और पुलिस टीम आग के कारणों की जांच कर रही है. प्राथमिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी सिलेंडर के रिसाव से लगी हो सकती है, हालांकि अधिकारी जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहने की बात कर रहे हैं. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय हो गया.

पुलिस ने प्रभावित क्षेत्र को घेराबंदी कर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की. मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि बेघर हुए परिवारों की मदद के लिए राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी. हालांकि जनहानि न होने से बड़ी राहत मिली है, लेकिन सामान जल जाने से दर्जनों गरीब परिवारों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. फिलहाल पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद है और आग लगने के वास्तविक कारण का पता लगाने की कोशिश जारी है.