थाईलैंड-कंबोडिया सीमा तनाव के बीच भारत की एडवाइजरी, यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह
Thailand-Cambodia Border Tension

थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर हालिया तनाव को देखते हुए भारत ने अपने नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि जो भारतीय यात्री सीमा के नजदीकी क्षेत्रों की यात्रा की योजना बना रहे हैं, वे थाई अधिकारियों द्वारा जारी अपडेट्स जरूर चेक करें, क्योंकि हाल के दिनों में हालात बिगड़े हैं. थाईलैंड की टूरिज़्म अथॉरिटी के अनुसार, देशभर में यात्रा सामान्य रूप से जारी है और प्रतिबंध सिर्फ कुछ सीमा क्षेत्रों तक सीमित हैं. बैंकॉक, चियांग माई, फुकेत, क्राबी, समुई, पटाया और अयुत्थया जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल पूरी तरह खुले हैं और पर्यटकों का स्वागत कर रहे हैं.

हालांकि, सुरक्षा के मद्देनज़र रेलवे सेवाएं बन खलोंग ल्युक तक अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं और बस सेवाओं को कान्थालालक के लिए दूसरी दिशा में भेजा जा रहा है. यात्रियों को बुरी राम की रूट 348 से बचने की भी सलाह दी गई है.

यूनेस्को ने व्यक्त की गंभीर चिंता

तनाव बढ़ने के बीच यूनेस्को ने भी स्थिति पर गहरी चिंता जताई है, खासकर प्रेह विहार मंदिर, जो एक विश्व धरोहर स्थल है. यूनेस्को ने दोनों देशों को सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा सुनिश्चित करने और 1954 तथा 1972 की संबंधित कन्वेंशनों का पालन करने की याद दिलाई. संगठन ने कहा कि हालात सुधरने पर वह तकनीकी मदद देने के लिए तैयार है.

सीमा पर लगातार हमले और बढ़ती झड़पें

10 दिसंबर को दोनों देशों की सीमा पर हालात तब बिगड़ गए जब नागरिकों पर तोपों और रॉकेट से हमलों की खबरें सामने आईं. दोनों ओर से एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया जा रहा है. इससे पहले मई में लैंडमाइन विस्फोट में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत और कई थाई सैनिक घायल हुए थे. इसके बाद जुलाई तक रॉकेट हमलों और सीमा संघर्षों में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 9 नागरिकों की मौत हुई.

अमेरिका और मलेशिया की मध्यस्थता

इन बढ़ते संघर्षों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की मदद से दोनों देशों के बीच एक अस्थायी युद्धविराम कराया गया था. यह समझौता कुआलालंपुर में ASEAN सम्मेलन के दौरान हुआ था. हालांकि, हालिया घटनाओं से स्पष्ट है कि तनाव फिर से भड़क उठा है.

कंबोडिया के आरोप: F-16 से हमला, मंदिर और स्कूल तक निशाना

कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया कि थाई F-16 विमानों ने पांच प्रांतों में हमले किए, जिनमें नागरिक क्षेत्र और धार्मिक स्थल भी शामिल हैं. मंत्रालय ने कहा कि कई घर, सड़कें, स्कूल, बौद्ध पगोडा और यहां तक कि प्राचीन ता क्राबे और प्रेह विहार मंदिर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

कंबोडियाई अधिकारियों के अनुसार, अब तक 10 नागरिकों की मौत और लगभग 60 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. वहीं, थाई रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि पांच दिनों की झड़पों में 9 सैनिक मारे गए और 120 घायल हुए.

तनाव रोकने के लिए अमेरिका की नई पहल

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं से बातचीत कर दोबारा युद्धविराम की कोशिश करेंगे. ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों के साथ उनके अच्छे संबंध रहे हैं और वे संघर्ष रोकने के लिए जल्द समाधान निकाल सकते हैं.