नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुरुवार को अपने पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) को पार्टी से निलंबित कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, आगजनी और हिंसा फैलाने का केस दर्ज किया है. इसके कुछ ही देर बाद आप ने आरोपी पार्षद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोपी आप पार्षद ताहिर हुसैन की खजूरी खास स्थित फैक्ट्री को भी आज सील कर दिया. उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के कर्मी अंकित शर्मा की हत्या में कथित रूप से शामिल रहने के मामले में आप नेता ताहिर हुसैन के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हुई है. दिल्ली हिंसा: केजरीवाल सरकार मृतकों के परिजनों को देगी 10-10 लाख रुपये का मुआवजा, घायलों का होगा मुफ्त इलाज
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज स्पष्ट कहा था कि दोषी चाहे जो भी हो सख्त सजा मिलनी चाहिए. साथ ही कहा था कि अगर इस हिंसा में मेरे मंत्रिमंडल या कोई आप का नेता भी शामिल हो तो उसको दोगुनी सजा दी जानी चाहिए.
Aam Aadmi Party (AAP) suspends Councilor Tahir Hussain from the primary membership of the party. (file pic) pic.twitter.com/q4gtTpvVwW
— ANI (@ANI) February 27, 2020
सीएम केजरीवाल की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब आईबी के मारे गए कर्मचारी के परिवार ने आप पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या के पीछे हाथ होने का आरोप लगाया है. आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा (26) उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त चांदबाग इलाके में अपने घर के पास नाले में मृत पाए गए थे. अंकित के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे हुसैन तथा उसके साथी हैं. जबकि हुसैन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.
पुलिस ने नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के खजूरी खास इलाके में AAP पार्षद ताहिर हुसैन की एक फैक्ट्री को सील कर दिया। #DelhiViolence pic.twitter.com/yxAlmwo0dv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2020
उल्लेखनीय है की उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून विरोधी और समर्थक समूहों के बीच हुई हिंसा के बाद तीन दिन पहले हुई साम्प्रदायिक झड़पों में 38 लोग मारे जा चुके हैं और 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. बेकाबू भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया तथा स्थानीय निवासियों और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया. दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांदबाग, शिव विहार इलाके रहे. इस पूरे मामलें की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (SIT) गठित की गई है.