LIVE: राष्ट्रीय रक्षा अकादमी यानी एनडीए की महिला कैडेटों का पहला बैच शुक्रवार, 30 मई को आधिकारिक रूप से ग्रैजुएट हो गया.
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी यानी एनडीए की महिला कैडेटों का पहला बैच शुक्रवार, 30 मई को आधिकारिक रूप से ग्रैजुएट हो गया. पुणे स्थित एनडीए कैंपस में आयोजित हुई 148वीं पासिंग आउट परेड में 17 महिला कैडेटों ने मार्च किया.- एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 14 मेडल के साथ दूसरे नंबर पर भारत

- एनडीए की 17 महिला कैडेट्स का पहला बैच हुआ पासआउट

एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 14 मेडल के साथ दूसरे नंबर पर भारत

दक्षिण कोरिया में हो रही एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 29 मई को भारत ने तीन गोल्ड समेत कुल छह मेडल जीते. ज्योति याराजी ने 100 मीटर की हर्डल रेस को 12.96 सेकंड के रिकॉर्ड समय में पूरा कर गोल्ड मेडल जीता. वहीं, भारतीय महिला टीम ने 4x400 मीटर रिले रेस में गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने 8:20.92 के समय में यह दौड़ पूरी की. अविनाश ने भारत को 36 साल बाद एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में गोल्ड मेडल दिलाया. उनसे पहले, दीना राम ने साल 1989 में इस इवेंट में भारत को गोल्ड दिलाया था.

चैंपियनशिप के तीसरे दिन के बाद भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. भारत ने अब तक पांच गोल्ड और छह सिल्वर समेत कुल 14 मेडल जीते हैं. 21 मेडल के साथ चीन पहले स्थान पर है. चीन ने 12 गोल्ड और छह सिल्वर मेडल जीते हैं. 27 मई को शुरू हुई यह चैंपियनशिप 31 मई को खत्म होगी.

एनडीए की 17 महिला कैडेट्स का पहला बैच हुआ पासआउट

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी यानी एनडीए की महिला कैडेटों का पहला बैच शुक्रवार, 30 मई को आधिकारिक रूप से ग्रैजुएट हो गया. पुणे स्थित एनडीए कैंपस में आयोजित हुई 148वीं पासिंग आउट परेड में 17 महिला कैडेटों ने मार्च किया. ये कैडेट साल 2022 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद एनडीए में शामिल हुई थीं, जिसमें कोर्ट ने महिलाओं को एनडीए में शामिल होने की अनुमति देने का आदेश दिया था.

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, साल 2022 से लेकर अब तक छह बैचों में 126 महिला कैडेट एनडीए में शामिल हो चुकी हैं. ये कैडेट 148वें से लेकर 153वें बैच तक में शामिल हुई हैं. एनडीए का कहना है कि प्रशिक्षण काफी हद तक जेंडर न्यूट्रल है लेकिन शारीरिक अंतरों को ध्यान में रखते हुए कुछ अभ्यासों में बदलाव किया गया है.

पासिंग आउट परेड में 300 पुरुष कैडेटों ने भी हिस्सा लिया. एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, सभी कैडेटों को दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की डिग्री दी गई है. 84 कैडेटों को बैचलर्स ऑफ साइंस (बीएससी) और 59 को बैचलर्स ऑफ आर्ट्स (बीए) की डिग्रियां दी गई हैं. इनके अलावा, 85 कैडेटों को कंप्यूटर साइंस और 111 को बैचलर्स ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) की डिग्रियां दी गई हैं.