सांपों का उत्पीड़न! कर्नाटक के शिवमोग्गा में अजगरों और कोबरा को प्रताड़ित कर बनाया गया वीडियो, वन अधिकारियों ने किया रेस्क्यू (Watch Video)
सांपों के साथ खिलवाड़ करता दिखा शख्स (Photo Credits: X)

कर्नाटक (Karnataka) के शिवमोग्गा (Shivamogga) से सांपों (Snakes) के साथ दुर्व्यवहार की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कुछ लोगों ने कथित तौर पर दो भारतीय रॉक पाइथन (Rock Pythons) और एक कोबरा (Cobra) को प्रताड़ित किया. अगुम्बे वर्षावन में हुई इस कथित दुर्व्यवहार की रिकॉर्डिंग रील बनाने के लिए की गई थी. कथित यातना के वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral Video) हो गए.

वीडियो क्लिप में एक व्यक्ति इन सरीसृपों के मुंह पर टेप लगाता हुआ दिखाई दे रहा था, जबकि एक अन्य व्यक्ति उन्हें पकड़े हुए था. इंस्टाग्राम रील बनाने वाले आरोपी की पहचान मोहम्मद इरफान के रूप में हुई है. वीडियो वायरल होने के बाद से वह फरार था.

वायरल वीडियो में उसके ग्रुप के सदस्य भी खड़े होकर गाली-गलौज देखते देखे जा सकते हैं. डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सोमवार को शिवमोग्गा के इंदिरानगर स्थित माथुर रोड पर हुई. यह भी पढ़ें: यूपी के बिजनौर में कार के इंजन में छिपा मिला विशालकाय अजगर, वन विभाग ने किया रेस्क्यू, देखें Viral Video

अजगरों और कोबरा को प्रताड़ित कर बनाया गया वीडियो

इरफान कथित तौर पर शिवमोग्गा का कथित तौर पर 'सांप बचावकर्ता' है. इरफान के सड़क पर सांपों को घसीटते और उसके दोस्तों द्वारा उन्हें कंधों पर ढोते हुए कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं.

भद्रावती के वन अधिकारी तुरंत हरकत में आए और मुख्य आरोपी की तलाश में अभियान शुरू कर दिया. सरीसृपों पर अत्याचार के वीडियो सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया. वन मंत्री ईश्वर खंड्रे के कार्यालय के निर्देश पर वन अधिकारियों ने शिवमोग्गा स्थित इरफान के घर पर छापा मारा. यह भी पढ़ें: VIDEO: बहादुर ऑस्ट्रेलियाई बाइकर ने नंगे हाथों से किया विशालकाय अजगर को रेस्क्यू, वीडियो हुआ वायरल

वन अधिकारियों ने किया रेस्क्यू

मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार, छापेमारी के दौरान वन अधिकारियों ने प्लास्टिक की थैलियों से तीन भारतीय रॉक पाइथन और दो कोबरा बरामद किए. ये सभी सरीसृप अनुसूचित-I प्रजातियां हैं और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित हैं. राज्य मंत्री ने उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. अगुम्बे स्थित कई अनुसंधान केंद्रों की भी जांच शुरू कर दी गई है.