प्रथम पूज्य भगवान गणेश के जन्मोत्सव की तारीख ज्यों-ज्यों करीब आ रही है, गणेश-भक्तों में उत्साह की लहर देखते बनती है. गणेश मंदिरों की भव्य सजावट चल रही है. यहां हम देश के पांच प्रमुख गणेश मंदिरों की बात करेंगे, मान्यता है कि यहां महज गणपति बप्पा का दर्शन करने मात्र से जातक के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, जीवन सुख शांति का वास होता है, और हर मन्नतें पूरी होती हैं, यही वजह है कि यहां हर वर्ष भक्तों की उपस्थिति का एक नया कीर्तिमान बनता है. बता दें कि इस वर्ष गणेश उत्सव 27 अगस्त 2025 से शुरू होकर 6 सितंबर 2025 को समापन होगा. आइये जानते हैं, ऐसे पांच दिव्य गणेश मंदिरों के बारे में, जो दिव्य हैं, अनूठे हैं और शायद चमत्कारी भी..
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
भारत के सबसे सुप्रसिद्ध गणेश मंदिरों में एक है, पैडर रोड (मुंबई) स्थित सिद्धिविनायक मंदिर, जो प्रतिदिन हजारों भक्तों को आकर्षित करता है. अपनी अद्भुत वास्तुकला और समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध, यह मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा का मुख्य केंद्र है. यही वजह है कि देश के महान प्रतिष्ठित लोग यहां गणेश जी का दर्शन कर स्वयं को कृतार्थ समझते हैं. गणेश चतुर्थी के पर्व पर यहां दिव्य उत्सव मनाया जाता है, जो इसे तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों दोनों के लिए देखने योग्य है.
दगडूशेठ हलवाई गणपति, पुणे
पुणे स्थित दगडूशेठ हलवाई का गणपति मंदिर अपनी भव्य प्रतिमा और जीवंत उत्सवों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. सौ साल से भी ज्यादा पुराना यह मंदिर आज भी भारी तादाद में भक्तों को आकर्षित करता है. गणेश चतुर्थी के दौरान मंदिर विशेष रूप से जीवंत होता है, जहाँ भक्ति, संगीत और सांस्कृतिक उत्सवों का ऐसा मिश्रण देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देता है.
कनिपाकम विनायक मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश का यह ऐतिहासिक मंदिर अपनी स्वयंभू गणेश प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है. इस मंदिर के बारे में मान्यता है, कि इस मंदिर में कुछ तो चमत्कारी शक्तियां हैं. मनोरम पहाड़ियों के बीच स्थित यह मंदिर एक शांत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है. यहां भारी संख्या में गणेश-भक्त आशीर्वाद लेने आते हैं, विशेष रूप से गणेश चतुर्थी के दौरान, जब मंदिर भक्ति और उत्सव से गुलजार रहता है.
रॉकफोर्ट उच्ची पिल्लयार मंदिर, तमिलनाडु
तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु) की एक पहाड़ी की चोटी के बीच स्थित, दिव्य रॉकफोर्ट उच्ची पिल्लयार मंदिर शहर के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. भगवान गणेश का दर्शन एवं पूजा के लिए गणेश-भक्त सैकड़ों सीढ़ियां चढ़ते हैं, लेकिन थकान का उन्हें किंचित अहसास नहीं होता. प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व का मेल इसे गणेश चतुर्थी समारोहों के लिए एक अनूठा स्थल बनाता है.
गणेश मंदिर, राजस्थान
भव्य किलों के प्रदेश राजस्थान के रणथंभौर में स्थित, यह गणेश मंदिर इतिहास और आध्यात्मिकता का मिश्रण प्रस्तुत करता है. यहां स्थित भगवान गणेश की दिव्य प्रतिमा स्थानीय लोगों और पर्यटकों, दोनों के लिए पूजनीय है. गणेश चतुर्थी के दौरान आने पर भक्तों को एक भव्य किले में पारंपरिक अनुष्ठानों का दर्शन करने का अवसर मिलता है, जो इसे एक यादगार अनुभव बना देता है.













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