
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया. 7 मई की इस कार्रवाई में कई खूंखार आतंकवादी मारे गए हैं. खुफिया सूत्रों के अनुसार, ये सभी आतंकवादी पाकिस्तान में सक्रिय रहे प्रमुख आतंकी संगठनों से जुड़े थे और भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में लिप्त थे. आइए जानते हैं इन आतंकियों के बारे में विस्तार से:
1. मुदस्सर खडियान खास उर्फ अबू जुंदाल (आतंकी संगठन: लश्कर-ए-तैयबा)
जानकारी: इस आतंकवादी की अंतिम नमाज पाकिस्तान के एक सरकारी स्कूल में अदा की गई, जिसमें कुख्यात आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के नेता और वैश्विक आतंकवादी घोषित हाफिज अब्दुल रऊफ ने नेतृत्व किया. इस नमाज में पाकिस्तानी सेना के एक सेवारत लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी भी शामिल हुए.
Details of terrorists killed in the Indian strikes on 7th May in Pakistan: Sources
1) Mudassar Khadian Khas @ Mudassar @ Abu Jundal. Affiliated with Lashkar-e-Taiba. His funeral prayer was held in a government school, led by Hafiz Abdul Rauf of JuD (a designated global…
— ANI (@ANI) May 10, 2025
2. हाफिज मोहम्मद जमी़ल (आतंकी संगठन: जैश-ए-मोहम्मद)
जानकारी: यह आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर का बड़ा साला था और जैश के आतंकी नेटवर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था.
3. मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब (आतंकी संगठन: जैश-ए-मोहम्मद)
जानकारी: यह भी मसूद अजहर का साला था और वर्ष 1999 में भारतीय विमान IC-814 के अपहरण मामले में वांछित था. यह जैश के रणनीतिक मामलों में प्रमुख भूमिका निभाता था.
4. खालिद उर्फ अबू अकाशा (आतंकी संगठन: लश्कर-ए-तैयबा)
जानकारी: जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों में यह शामिल था और अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में भी इसकी भूमिका थी. इसकी अंतिम यात्रा फैसलाबाद में संपन्न हुई, जिसमें पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर भी मौजूद थे.
5. मोहम्मद हसन खान (आतंकी संगठन: जैश-ए-मोहम्मद)
जानकारी: यह आतंकी जैश के कश्मीरी ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था. यह जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के समन्वय में प्रमुख भूमिका निभाता था.
भारत का सख्त संदेश
इस कार्रवाई से भारत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह आतंक के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति पर कायम है. सीमापार छिपे आतंकवादियों के खिलाफ की गई यह लक्षित कार्रवाई पाकिस्तान में पल रहे आतंकी नेटवर्क को एक बड़ा झटका माना जा रहा है. यह हमला न केवल भारत की खुफिया एजेंसियों की सटीकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत अब अपने दुश्मनों को उनके घर में घुसकर जवाब देने में सक्षम है.