Samastipur VVPAT Incident: बिहार के समस्तीपुर में सड़क किनारे मिलीं हजारों वीवीपैट पर्चियां, मचा हड़कंप, अधिकारियों पर गिरी गाज
Photo- IANS

Samastipur VVPAT Incident: बिहार के समस्तीपुर जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां सड़क किनारे हजारों वीवीपैट पर्चियां मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जैसे ही यह जानकारी सामने आई, जिला प्रशासन, पुलिस और निर्वाचन अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी. यह पूरा मामला सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के गुड़मा गांव का बताया जा रहा है, जहां कूड़े के ढेर में वीवीपैट पर्चियां पड़ी मिलीं. इन पर्चियों को देखने के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई. सूचना मिलते ही समस्तीपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.

ये भी पढें: बेंगलुरु में युवती से बाइक टैक्सी चालक की छेड़छाड़, इंस्टाग्राम पोस्ट पर बोली- सफर के दौरान दो बार पैर पकड़ने की कोशिश की

मौके पर पहुंचे अधिकारी, पर्चियां जब्त की गईं

अधिकारियों ने बताया कि गुड़मा गांव सरायरंजन विधानसभा के डिस्पैच सेंटर से करीब 500 मीटर की दूरी पर है. मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने सभी वीवीपैट पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया और जांच शुरू कर दी.

समस्तीपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि यह मामला टेक्निकल भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान मॉक पोल की प्रक्रिया में वीवीपैट मशीनों की जांच होती है. करीब 5 प्रतिशत मशीनों पर 1000 वोट का मॉक पोल किया जाता है, जिसमें हर बटन दबाकर सिंबल की टेस्टिंग की जाती है. डीएम ने कहा कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि ये पर्चियां मॉक पोल की हैं या किसी और कारण से यहां फेंकी गईं.

एफआईआर दर्ज, लापरवाह अधिकारियों पर गिरी गाज

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल सरायरंजन थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी है. समस्तीपुर के एसपी ने बयान जारी करते हुए बताया कि विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की मौजूदगी में सभी पर्चियों को जब्त किया गया है.

उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और जिन कर्मियों की लापरवाही पाई जा रही है, उन्हें तत्काल निलंबित किया जा रहा है.

जनीतिक घमासान भी शुरू

इस घटना को लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग और प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. राजद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए पूछा है – “आखिर कब, कैसे और किसके इशारे पर इन वीवीपैट पर्चियों को सड़क किनारे फेंका गया? क्या चुनाव आयोग इसका जवाब देगा?”

राजद ने तंज कसते हुए कहा कि यह सब ‘बाहर से आए लोकतंत्र के डकैतों’ के इशारे पर हो रहा है.