सांगली में शुरुआत में 7,35,944 महिलाएं लाभार्थी
लगभग एक साल पहले, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बड़े प्रचार के साथ शुरू की गई इस योजना में सांगली जिले में शुरुआत में 7,35,944 महिलाएं लाभार्थी थीं, जिन्हें लगातार सहायता राशि मिल रही थी. लेकिन योजना में फर्जी लाभार्थियों के शामिल होने की शिकायतों के बाद सरकार ने पुन: कागजातों की सख्त जांच शुरू की. यह भी पढ़े: Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र में ‘लाडकी बहन योजना’ की जांच में बड़ा खुलासा, 26.34 लाख अपात्र लाभार्थियों ने उठाया लाभ, 14,000 से अधिक पुरुष भी शामिल
जांच में सामने आए ये प्रमुख कारण
- सरकारी नौकरी: जिला परिषद में कार्यरत कई महिला कर्मचारी भी योजना का लाभ ले रही थीं. अब उनसे राशि वसूल की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश भी जारी किए गए हैं.
- एक ही परिवार में कई लाभार्थी: कई परिवारों में दो या अधिक महिलाओं ने आवेदन किया था, जो योजना के नियमों के खिलाफ है. ऐसे 74,494 परिवार अपात्र घोषित किए गए हैं.
- आयु सीमा का उल्लंघन: योजना के अनुसार केवल 21 से 60 वर्ष की महिलाएं पात्र हैं, लेकिन 14,747 महिलाएं इस दायरे से बाहर होकर भी आवेदन कर लाभ ले रही थीं.
- तकनीकी त्रुटियां: एक ही प्रोफाइल से हजारों आवेदन, बैंक पासबुक में गलत नाम जैसी तकनीकी गलतियों के कारण कई आवेदन रद्द किए गए.
- आर्थिक आधार: जिन महिलाओं के पास चार पहिया वाहन थे, उन्हें भी अपात्र घोषित किया गया। इस श्रेणी में 20,120 से अधिक महिलाएं शामिल हैं. हालांकि सरकार ने अभी साफ नहीं किया है कि इन महिलाओं से दी गई राशि वसूली जाएगी या नहीं.
सरकार की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अनुसार, सांगली जिले में ‘लाडली बहना’ योजना के तहत लाभार्थियों का सत्यापन उनके निवास स्थान पर जाकर किया जा रहा है. अब तक लगभग 80 प्रतिशत लाभार्थियों का सत्यापन पूरा हो चुका है और शेष की जांच प्रक्रिया जारी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह योजना केवल उन महिलाओं तक सीमित रहेगी जो वास्तव में पात्र और जरूरतमंद हैं, ताकि सहायता सही हाथों तक पहुंच सके.
पूरे महाराष्ट्र में जांच जारी
इससे पहले पूरे महाराष्ट्र में करीब 26 लाख से अधिक महिलाएं अपात्र घोषित की गई थीं, जिनमें लगभग 14 हजार पुरुष भी शामिल थे. इन सभी का फंड भी सरकार ने रोक दिया था. फिलहाल, पूरे प्रदेश में ‘लाडली बहन’ योजना के फॉर्म्स की जांच लगातार जारी है.













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