इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सात मंजिला ऑफिस में लगी भीषण आग, 20 लोगों की जलकर मौत
Jakarta 20 dead in Massive Fire | X/@SonoraFM92

जकार्ता: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता (Jakarta) में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब एक ऑफिस बिल्डिंग में अचानक भीषण आग लग गई. इस हादसे में अब तक कम से कम 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आग सात मंजिला इमारत में लगी और देखते ही देखते इसकी लपटों ने पूरी इमारत को घेर लिया. आग के साथ उठता काला धुआं आसमान में दूर तक दिखाई देता रहा.

एएफपी समाचार एजेंसी ने सेंट्रल जकार्ता के पुलिस प्रमुख सुसात्यो पुर्नोमो कोंड्रो के हवाले से बताया कि मृतकों में 5 पुरुष और 15 महिलाएं शामिल हैं. इनमें एक गर्भवती महिला की मौत ने सभी को झकझोर दिया है. यह हादसा सिर्फ एक आग की घटना नहीं रहा, बल्कि कई परिवारों के लिए कभी न भरने वाला जख्म बन गया.

इलाके में दहशत, लोग घरों से बाहर भागे

आग लगते ही सेंट्रल जकार्ता का यह इलाका अफरातफरी की चपेट में आ गया. आसपास मौजूद लोग और दफ्तरों में काम कर रहे कर्मचारी घबराकर सड़कों पर निकल आए. धुएं और आग के कारण इलाके में कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित हुआ और हर तरफ चीख-पुकार का माहौल बन गया.

आग बुझाई गई, लेकिन राहत कार्य जारी

स्थानीय चैनल कोम्पास टीवी के अनुसार, आग पर अब काबू पा लिया गया है, लेकिन राहत और बचाव कार्य अभी जारी है. आशंका जताई जा रही है कि कुछ लोग अब भी इमारत के अंदर फंसे हो सकते हैं. दमकल कर्मी और सुरक्षाबल इमारत को खंगाल कर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में जुटे हुए हैं.

किस दफ्तर में लगी थी आग

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस इमारत में आग लगी वह टेरा ड्रोन इंडोनेशिया कंपनी का कार्यालय है. यह कंपनी खनन से लेकर कृषि क्षेत्र तक के लिए हवाई सर्वेक्षण में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन उपलब्ध कराती है. हादसे के समय दफ्तर में कर्मचारी मौजूद थे, जिससे घटना और भी गंभीर हो गई.

बैटरी से शुरू हुई आग, देखते ही देखते फैल गई

कोम्पास टीवी से बातचीत में सेंट्रल जकार्ता मेट्रो पुलिस प्रमुख सीनियर कमिश्नर सुसात्यो पुर्नोमो कोंड्रो ने बताया कि आग इमारत की पहली मंज़िल पर लगी थी. वहां रखी एक बैटरी में आग लगने के बाद कर्मचारियों ने उसे बुझाने की कोशिश की, लेकिन वह बैटरी गोदाम में फैल गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और धुआं छठी मंज़िल तक पहुंच गया.

शवों की पहचान का काम जारी

पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल से मिले सभी मृतकों के शवों को पहचान के लिए क्रामत जाति पुलिस अस्पताल भेज दिया गया है. प्रशासन अब आग लगने के सही कारणों और सुरक्षा मानकों में हुई संभावित लापरवाही की जांच में जुट गया है. यह हादसा एक बार फिर दफ्तरों और व्यावसायिक इमारतों में अग्नि सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है.