West Bengal New COVID Restrictions: स्कूल-कॉलेज, सैलून, चिड़ियाघर कल से बंद, 50% कैपेसिटी के साथ खुलेंगे दफ्तर, हफ्ते में 2 दिन होगी दिल्ली-मुंबई से फ्लाइट
कोरोना के चलते पश्चिम बंगाल में बढ़ी पाबंदी (Photo Credits: Twitter)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बढ़ने संक्रमण के बीच सोमवार से नए प्रतिबंध लागू हो रहे है. रविवार को इस संबंध में प्रशासन ने नया आदेश जारी कर दिया है. आदेश के अनुसार, नए साल के पहले सोमवार से सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्पा, सैलून, ब्यूटी पार्लर, चिड़ियाघर और मनोरंजन पार्क बंद रहेंगे. जबकि सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति की अनुमति होगी. पश्चिम बंगाल की 2022 में नए निवेश और बड़ी परियोजनाएं शुरू करने पर होगा निगाह

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने कहा "राज्य में कल से सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्पा, सैलून, ब्यूटी पार्लर, चिड़ियाघर और मनोरंजन पार्क बंद रहेंगे. सभी सरकारी और निजी कार्यालय 50% क्षमता के साथ संचालित होंगे, सभी प्रशासनिक बैठकें वर्चुअल माध्यम से आयोजित की जाएंगी." जबकि बंगाल से दिल्ली और मुंबई के लिए सप्ताह में केवल दो बार सोमवार और शुक्रवार को उड़ानें संचालित की जाएंगी. यह 5 जनवरी से लागू होगा.

पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और शनिवार को संक्रमण के 4,512 मामले सामने आए, जो पिछले दिन की तुलना में 1,061 मामले अधिक हैं. वहीं, कोलकाता में 2,398 नये मामले सामने आए हैं. राज्य में ओमिक्रॉन वेरियंट के शनिवार को दो और मामले सामने आये थे, जिसके बाद राज्य में इसके कुल मामलों की संख्या 16 हो गई.

राज्य में शुक्रवार को संक्रमण के 3,451 मामले सामने आए थे, जो सप्ताह की शुरुआत में 1,000 से नीचे थी. कोलकाता में संक्रमण के 1,954 मामले मिले. वहीं, महामारी से मरने वाले और नौ लोगों में कोलकाता एवं उत्तर 24 परगना से दो-दो लोग हैं. राज्य में संक्रमण की दर पिछले दिन के 8.46 प्रतिशत से बढ़ कर 12.02 प्रतिशत हो गई है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक बुलेटिन के मुताबिक कोलकाता के बाद उत्तर 24 परगना से सर्वाधिक मामले सामने आए हैं और यह संख्या 688 है, जो पिछले दिन के 496 से अधिक है.

प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि सरकार कोई तालाबंदी नहीं करेगी, जबकि कई चरणों में प्रतिबंध लगाये जाएंगे. एक अधिकारी ने कहा, अस्पतालों पर कोई दबाव नहीं है और राज्य में ऑक्सीजन की कमी की कोई रिपोर्ट नहीं है. स्वाभाविक रूप से सरकार विकास पर कड़ी नजर रखने की कोशिश कर रही है और जरूरत पड़ने पर प्रतिबंध लगाएगी.

राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, हालांकि संक्रमण की दर अधिक है. स्पर्श से संक्रमित होने के 80 प्रतिशत मामले हैं और 17 प्रतिशत मरीजों का इलाज घर पर किया जा रहा है. केवल 3 प्रतिशत को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है और मृत्युदर भी बहुत कम है. हालांकि अधिकारी ने माना कि राज्य में स्थिति चिंताजनक है, लेकिन नियंत्रण में है. (एजेंसी इनपुट के साथ)