पिछले साल से जोमैटो के शेयरों में रिकॉर्ड तेजी के बाद दीपिंदर गोयल अरबपति बन गए हैं. दरअसल, जुलाई 2023 के निचले स्तर से शेयर में 300 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई है. दीपिंदर सिंह वर्तमान में ज़ोमाटो के संस्थापक और सीईओ के रूप में कार्यरत हैं. शेयर ने बीएसई पर 230 रुपये का नया रिकॉर्ड बनाया और दिन के दौरान 2 प्रतिशत तक की बढ़त हासिल की, जिससे इसका मार्केट कैप 1.8 ट्रिलियन रुपये से अधिक हो गया. इसके साथ ही 36.95 करोड़ शेयरों के साथ ज़ोमैटो में 4.24% हिस्सेदारी रखने वाले 41 वर्षीय गोयल ₹8,300 करोड़ से अधिक की कुल संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर पेशेवर प्रबंधक बन गए हैं. यह भी पढ़ें: Tata-BSNL में बिग डील, सस्ते में मिलेगा 4G इंटरनेट! रिचार्ज प्लान्स के दाम बढ़ाने के बाद Jio-Airtel को लगा झटका
बता दें की 2023 की शुरुआत से शेयर में उछाल आया है, उम्मीद है कि इसका क्विक कॉमर्स व्यवसाय ब्लिंकिट अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रख सकता है और उम्मीद से पहले लाभ में आ सकता है.
कंपनी ने पहले कहा था कि ब्लिंकिट वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में EBITDA ब्रेक ईवन में आ सकता है. फ़ूड डिलीवरी व्यवसाय एक लाभदायक इकाई होने के कारण भी निवेशकों की धारणा को बढ़ावा मिला है. ज़ोमैटो का ब्लिंकिट क्विक कॉमर्स व्यवसाय तेज़ी से बढ़ रहा है, जो स्विगी इंस्टामार्ट और ज़ेप्टो जैसे प्रतिस्पर्धियों से आगे है, और इसमें कोई कमी आने के संकेत नहीं हैं.
मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि से आने वाले गोयल ने आईआईटी दिल्ली से गणित और कंप्यूटिंग में स्नातक किया है. खाने के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर उन्होंने FoodieBay.com की सह-स्थापना की, जिसका बाद में नाम बदलकर Zomato.com कर दिया गया, ताकि खाने के ऑर्डर की प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके. वर्ष 2011 में Info Edge से शुरुआती फंडिंग के साथ, गोयल ने ज़ोमाटो के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. इस दौरान ज़ोमाटो कंपनी ने भारत के खाद्य प्रौद्योगिकी उद्योग में तेज़ी से उप्लाब्दी हासिल की और आज के समय में एक बड़ी कंपनी के रूप में उभर के आई.