Axiom 04 Mission Postponed: स्पेसएक्स का एक्सिओम 04 मिशन फिर टला, रॉकेट में तकनीकी खराबी के चलते फैसला; भारत के गगनयात्री शुभांशु शुक्ला भी भरने वाले थे उड़ान

Axiom 04 Mission Postponed Again: भारत के पहले गगनयात्री को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरने वाला Axiom-04 मिशन अब कुछ और दिन इंतजार करवाएगा. स्पेसएक्स के इस बहुप्रतीक्षित मिशन को तकनीकी खामी की वजह से टाल दिया गया है. लॉन्च से कुछ घंटे पहले ही फाल्कन-9 रॉकेट के प्रोपल्शन बे में लिक्विड ऑक्सीजन (LOX) लीक होने का पता चला, जिसके बाद सुरक्षा के लिहाज से मिशन को स्थगित करने का फैसला लिया गया. मंगलवार को यह मिशन लॉन्च होना था. अब कोई नई तारीख घोषित नहीं होने के कारण अनिश्चितकालीन देरी का सामना करना पड़ सकता है.

भारत की ओर से मिशन में शामिल हो रहे पायलट शुभांशु शुक्ला को लेकर देशवासियों में खासा उत्साह था, क्योंकि वे पहले भारतीय गगनयात्री बन सकते हैं. जो व्यावसायिक अंतरिक्ष मिशन के तहत ISS जाएंगे.

ये भी पढें: Axiom Mission 4: अंतरिक्ष में भारत का शंखनाद! 10 जून को उड़ान भरेंगे शुभांशु शुक्ला, 11 को पहुचेंगे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन

स्पेसएक्स का मिशन टला

क्या हुआ लॉन्च से पहले?

लॉन्च से पहले स्पेसएक्स ने अपने फाल्कन-9 रॉकेट के बूस्टर स्टेज की जांच के लिए सात सेकंड का हॉट टेस्ट किया था. इसी दौरान प्रोपल्शन बे में लिक्विड ऑक्सीजन के लीक होने की जानकारी मिली. इसके बाद तुरंत ही ISRO की टीम ने Axiom और SpaceX के एक्सपर्ट्स से चर्चा की और सभी पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि पहले तकनीकी खामी को पूरी तरह ठीक किया जाए, फिर लॉन्च को आगे बढ़ाया जाए.

ISRO प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने कहा, “LOX लीकेज की पुष्टि के बाद मिशन को स्थगित करना जरूरी हो गया था. सुधार और दोबारा जांच के बाद ही मिशन को हरी झंडी मिलेगी.”

कौन-कौन हैं Axiom-04 के अंतरिक्ष यात्री?

Axiom-04 मिशन में कुल चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:

  • पेगी व्हिटसन (अमेरिका): मिशन कमांडर और अनुभवी NASA अंतरिक्ष यात्री
  • शुभांशु शुक्ला (भारत): पायलट, और भारत के पहले वाणिज्यिक गगनयात्री बनने वाले हैं
  • स्लावोश उज्नांस्की-विस्नेव्स्की (पोलैंड): मिशन स्पेशलिस्ट
  • तिबोर कपू (हंगरी): मिशन स्पेशलिस्ट

इनका मिशन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर वैज्ञानिक प्रयोग, तकनीकी परीक्षण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए निर्धारित है.

क्यों है यह मिशन भारत के लिए खास?

शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने जा रही है. ISRO के गगनयान कार्यक्रम से पहले किसी भारतीय का व्यावसायिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय मिशन में शामिल होना, भारत की वैश्विक अंतरिक्ष ताकत को दिखाता है.