
Robot Horse 'Corleo': जापान की कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज ने एक ऐसा कॉन्सेप्ट रोबोट पेश किया है, जिसे देखकर साइंस फिक्शन फिल्मों की याद आ जाएगी. इसका नाम कोरलियो (Corleo) है. यह दो-सीटर रोबोट है, जो चार पैरों पर चलता है. इसे आप अपने शरीर की हरकतों से कंट्रोल कर सकते हैं. इस रोबोट घोड़े (Ride on Robot Horse) को हाल ही में ओसाका कंसाई एक्सपो में शोकेस किया गया. सबसे दिलचस्प बात यह है कि ये हाइड्रोजन से चलने वाला है.
यह 150cc के क्लीन-बर्निंग वाले हाइड्रोजन इंजन पर चलता है और पीछे से केवल साफ, ठंडा पानी निकलता है. यह कोई प्रदूषण या गंध नहीं फैलाता है.
कावासाकी ने बनाया रोबोटिक घोड़ा
🇯🇵 Japanese company Kawasaki has unveiled CORLEO, an innovative robotic horse powered by a hydrogen engine and equipped with artificial intelligence.
It constantly analyses the position of both the robot and the rider, ensuring that the rider is securely held in the saddle. pic.twitter.com/w8Lu4CqQEg
— Lord Bebo (@MyLordBebo) April 5, 2025
कैसा है 'Corleo' का कंट्रोल सिस्टम
कोरलियो (Corleo) की डिज़ाइन में AI विज़न सिस्टम लगाया गया है, जो उबड़-खाबड़ रास्तों पर खुद रास्ता चुनता है. ये किसी असली घोड़े (Ride on Robot Horse) की तरह चट्टानों पर छलांग लगाकर रास्ता पार कर सकता है. रात में ये रास्ते में एरो मार्क्स दिखाता है, जिससे आपको पता चलता रहे कि अगला कदम कहां रखा जाएगा.
इसका कंट्रोल सिस्टम भी काफी यूनिक है. इसमें कोई एक्सेलरेटर या ब्रेक नहीं है, बल्कि आपके शरीर की हलचलों से ही ये रोबोट आपकी मंशा समझ लेता है. इसमें एक हैंडलबार और एडजस्टेबल स्टिरप्स हैं, जिससे सवारी आरामदायक रहती है. इसके पैर रबर ग्रिप वाले हैं, जिससे यह फिसलन भरी सतहों पर भी आराम से चल सकता है.
रोबोटिक घोड़े की स्पीड?
कोरलियो (Corleo) का फ्रंट ग्लास हवा को काटने के लिए बनाया गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी स्पीड 80 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. पीछे एक छोटी सी डिजिटल स्क्रीन भी लगी है, जो इसकी स्थिति और रास्ते की जानकारी देती है. हालांकि, अभी ये पूरा प्रोजेक्ट एक कॉन्सेप्ट ही है और वीडियो में दिखाई गई चीजें CGI (कंप्यूटर जनरेटेड) हैं.
कावासाकी का कहना है कि ये 2050 के मोबिलिटी विज़न का हिस्सा है. असल में, फिलहाल एक प्रोटोटाइप तैयार किया गया है जो खड़ा हो सकता है और कुछ पोज़ कर सकता है.
टेक्नोलॉजी की दुनिया में सबकुछ मुमकिन
वैसे इस तरह के रोबोट पहले भी देखे गए हैं. XPeng नाम की कंपनी ने पिछले साल बच्चों के लिए एक यूनिकॉर्न रोबोट पेश किया था, जिसमें एक रोबोटिक पूंछ भी थी जो चीजें उठा सकती थी. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि 2030 तक हम वाकई दो-सीटर रोबोट घोड़ों की सवारी कर रहे होंगे.
कोरलियो (Corleo) चाहे अभी सपना हो, लेकिन टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं. इतना जरूर है कि कावासाकी ने इस आइडिया से दुनिया भर के टेक लवर्स को एक नई उम्मीद जरूर दी है.