Project Cheetah: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीकी चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते 5 महीनों में नौ चीतों की मौत हो चुकी है, जिनमें 6 वयस्क और 3 शावक शामिल हैं.

चीतों को दक्षिण अफ्रीका से आयात किया जाएगा और मध्य प्रदेश के गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में लाया जाएगा. यह भारत सरकार के प्रोजेक्ट चीता का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 1952 में देश में विलुप्त घोषित किए जाने के बाद चीतों को भारत में फिर से लाना है.

गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य मध्य प्रदेश में मंदसौर और नीमच जिलों की उत्तरी सीमा पर स्थित है. यह 368 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसके आसपास 2,500 वर्ग किमी का अतिरिक्त क्षेत्र है. अभयारण्य में घास के मैदान, जंगल और आर्द्रभूमि सहित विभिन्न प्रकार के आवास हैं, जो चीतों के लिए उपयुक्त हैं.

वन विभाग फिलहाल गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य को चीतों के आगमन के लिए तैयार कर रहा है. इसमें 80 वर्ग किमी क्षेत्र में बाड़ लगाना और घास का मैदान विकसित करना शामिल है. नवंबर 2023 तक चीतों को अभयारण्य में लाए जाने की उम्मीद है.

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