Anant Chaturdashi Ganesh Visarjan Slogans: अनंत चतुर्दशी के दिन ये गणपति स्लोगन शेयर कर दें बाप्पा को विदाई
गणपति स्लोगन (Photo: File Image)

Anant Chaturdashi Ganesh Visarjan Slogans: पूरे देश में गणेश उत्सव बहुत ही जोर शोर से मनाया जा रहा है. चारों ओर रोशनी की जगमगाहट है, हवा में गणपति बाप्पा मोरया की गूंज सुनाई दे रही है. दस दिनों तक हर्षोल्लास से गणपति उत्सव मनाने के बाद ग्यारहवें दिन अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) पर भारी मन से बाप्पा को विदा करना पड़ता है. इस साल शनिवार, 6 सितंबर 2025 को अनंत चतुर्दशी पड़ रही है. द्रिक पंचांग के अनुसार, चतुर्दशी तिथि 6 सितंबर को सुबह 3:12 बजे शुरू होगी और 7 सितंबर को सुबह 1:41 बजे समाप्त होगी. यह दिन गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) करने और भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा करने के लिए अत्यधिक शुभ है. अनंत चतुर्दशी के दिन लोग बाप्पा को नदियों, तालाबों या समुद्र में विसर्जित करते हैं. विसर्जन के दौरान ढोल-ताशा, गाजे बाजे के साथ बाप्पा को विदाई दी जाती हैं. चारों ओर गणपति बाप्पा मोरया के नारे सुनाई देते हैं. यह भी पढ़ें: VIDEO: महाराष्ट्र की इस मस्जिद में बैठाए जाते हैं गणपति बप्पा, 45 सालों से कायम है परंपरा; हिंदू-मुसलमान मिलकर करते हैं प्रार्थना

विसर्जन के दौरान लोग नाचते गाते समुद्र या तालाब तक पैदल जाते हैं. इस दौरान गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ' आदि जैसे स्लोगन जोर जोर से बोलते हैं. गणपति विसर्जन पर अगर आप भी बाप्पा को एक अलग स्लोगन के साथ विदाई देना चाहते हैं तो हम लाए हैं हिंदी और मराठी में जबरदस्त स्लोगन! स्लोगन के लिए नीचे स्क्रोल करें.

1. एक दो तीन चार

गणपति आपला सुपरस्टार

गणेश विसर्जन स्लोगन (Photo: File Image)

2. गणपती गेले गावाला

चैन पडेना आम्हाला

गणपती बाप्पा मोरया,

पुढल्या वर्षी लवकर या

गणेश स्लोगन (Photo: File Image)

3. आभाळ भरलं होतं बाप्पा तु येताना

आता डोळ्यांत अश्रु दाटले तू जाताना

चुक भूल पदरात घे अन् पुढच्या वर्षी लवकर ये

गणेश विसर्जन मराठी स्लोगन (Photo: File Image)

4. पाव किलो जीरा

गणपति बप्पा हीरा

गणपति हिंदी स्लोगन (Photo: File Image)

5. इंडिया हो या कोरिया

गणपति बप्पा मोरिया

गणेश विसर्जन स्लोगन (Photo: File Image)

बता दें कि अनंत चतुर्दशी का दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन भगवान अनंत यानी विष्णु की पूजा की जाती है और भक्त अपनी कलाई में 14 गांठ वाला अनंत सूत्र बांधते हैं. अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के 14 अनंत रूपों की पूजा की जाती है.