नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) गुरुवार शाम अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद पालम एयरपोर्ट पहुंचकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब भारत और रूस के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक रिश्ते नई दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. पुतिन का आधिकारिक कार्यक्रम शुक्रवार सुबह शुरू होगा. सबसे पहले वे राष्ट्रपति भवन पहुंचकर भारत की राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इसके बाद उनका काफिला राजघाट के लिए रवाना होगा, जहां वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. यहां वे लगभग 30 मिनट रुकने वाले हैं.
इसके बाद पुतिन हैदराबाद हाउस पहुंचेंगे, जो भारत-रूस कूटनीतिक चर्चाओं का मुख्य केंद्र है. यहां पीएम मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर गहराई से बातचीत होगी. रक्षा, ऊर्जा, व्यापार, अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और लंबी अवधि की रणनीतिक परियोजनाएं चर्चा के मुख्य विषय रहने की उम्मीद है.
दिल्ली पहुंचे रूसी राष्ट्रपति पुतिन
#WATCH | Russian President Vladimir Putin lands in Delhi; Prime Minister Narendra Modi receives him at the airport
President Putin is on a two-day State visit to India. He will hold the 23rd India-Russia Annual Summit with PM Narendra Modi in Delhi on December 5 pic.twitter.com/yB76u5aovS
— ANI (@ANI) December 4, 2025
पीएम मोदी दोपहर 2 बजे हैदराबाद हाउस में पुतिन के सम्मान में लंच भी आयोजित करेंगे. लंच के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच संरचित बैठकें होंगी, जिनमें मौजूदा सहयोग की समीक्षा और नए संभावित क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा होगी.
भारत-रूस संबंधों में नई मजबूती की उम्मीद
पुतिन का यह छोटा लेकिन महत्वपूर्ण दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया में बदलते भू-राजनीतिक समीकरणों के बीच भारत और रूस अपने रिश्तों को और गहरा कर रहे हैं. ऊर्जा सहयोग से लेकर सैन्य साझेदारी और व्यापारिक विस्तार तक दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर प्रगति की संभावना है.
पिछली बार जुलाई 2024 में पीएम मोदी ने मॉस्को का दौरा किया था, जहां पुतिन ने उन्हें पारंपरिक रूसी आतिथ्य के साथ स्वागत किया था. उसी का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने इस बार पुतिन के स्वागत में निजी डिनर का आयोजन किया है.
इस उच्च स्तरीय मुलाकात के साथ, भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों में नई गति और नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.













QuickLY