Putin India Visit: पुतिन के भारत दौरे की 10 बड़ी बातें, जानें प्राइवेट डिनर से लेकर राजघाट तक का पूरा शेड्यूल, तेल और हथियारों पर बड़ा फैसला संभव
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नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज से भारत के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी उनके लिए एक खास प्राइवेट डिनर रखेंगे और 23वीं भारत-रूस सालाना समिट में हिस्सा लेंगे.

इस बड़ी खबर से जुड़ी 10 मुख्य बातें यहाँ हैं:

  1. आज शाम आगमन और डिनर: राष्ट्रपति पुतिन आज शाम नई दिल्ली पहुंचेंगे. उनके आने के कुछ ही घंटों बाद पीएम मोदी उनके लिए एक प्राइवेट डिनर होस्ट करेंगे. जब पीएम मोदी जुलाई 2024 में मास्को गए थे, तब पुतिन ने भी ऐसा ही किया था. यह डिनर अनौपचारिक (informal) होगा ताकि समिट से पहले दोनों नेताओं के बीच अच्छी ट्यूनिंग बन सके.

  2. शुक्रवार का शेड्यूल: शुक्रवार की सुबह पुतिन का रस्मी स्वागत (Ceremonial welcome) किया जाएगा. इसके बाद वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट जाएंगे. विदेशी मेहमानों के लिए यह एक परंपरा जैसा है.

  3. एनुअल समिट: इसके बाद दिल्ली के हैदराबाद हाउस में 23वीं भारत-रूस एनुअल समिट होगी. इसी दौरान पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति और उनकी टीम के लिए 'वर्किंग लंच' भी रखेंगे.

  4. हथियारों की डिलीवरी पर जोर: भारत रूस से पेंडिंग मिलिट्री हार्डवेयर की डिलीवरी जल्द करने को कहेगा. यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से कुछ हथियारों की सप्लाई में देरी हुई है, जिसे भारत सुलझाना चाहता है.

  5. S-400 सिस्टम पर बात: S-400 एयर डिफेंस सिस्टम चर्चा का एक बड़ा मुद्दा रहेगा. भारत ने 2018 में 5 सिस्टम के लिए 5 बिलियन डॉलर की डील की थी. इसमें से 3 आ चुके हैं और बाकी 2 अगले साल के बीच तक आने की उम्मीद है. 'ऑपरेशन सिंदूर' में इनका काफी प्रभावी इस्तेमाल हुआ था.

  6. फाइटर जेट्स: क्रेमलिन (रूसी सरकार) के प्रवक्ता ने कहा कि Su-57 फाइटर जेट्स पर भी चर्चा हो सकती है. हालांकि, भारत अभी अगली पीढ़ी के जेट्स के लिए राफेल, F-21 और यूरोफाइटर जैसे विकल्पों को भी देख रहा है.

  7. तेल और अमेरिकी प्रतिबंध: मीटिंग में एनर्जी सिक्योरिटी यानी तेल और गैस पर खास बात होगी. अमेरिका ने रूसी तेल पर जो प्रतिबंध लगाए हैं, उसका असर भारत पर पड़ सकता है. रूस कोशिश कर रहा है कि सप्लाई बनी रहे, भले ही कुछ समय के लिए खरीद थोड़ी कम हो जाए.

  8. रक्षा मंत्रियों की बैठक: मोदी और पुतिन की मुलाकात के अलावा, दोनों देशों के रक्षा मंत्री—राजनाथ सिंह और आंद्रे बेलोसोव—भी मिलिट्री साजो-सामान पर अलग से बातचीत करेंगे.

  9. भारत-अमेरिका रिश्तों का असर: पुतिन का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भारत और अमेरिका के रिश्तों में थोड़ी खटास आई है. अमेरिका ने हाल ही में भारतीय सामानों पर भारी टैक्स (Tariff) लगाया है और रूसी तेल खरीदने को लेकर भी सख्ती दिखाई है.

  10. यूक्रेन युद्ध पर चर्चा: उम्मीद है कि पुतिन पीएम मोदी को यूक्रेन युद्ध के ताजा हालातों की जानकारी देंगे. भारत का हमेशा से यही कहना रहा है कि लड़ाई नहीं, बल्कि बातचीत ही समस्या का हल है. भारत ने रूस की आलोचना करने के बजाय हमेशा शांतिदूत (mediator) की भूमिका निभाने की बात की है.