Punjab Floods: सोनू सूद पहुंचे अमृतसर, पंजाब में बाढ़ से आई तबाही में लोगों की करेंगे मदद; VIDEO
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Punjab Floods: पंजाब में आई बाढ़ ने तबाही मचाई है. गांव के गांव पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं. मदद के लिए लोग आगे आ रहे हैं ताकि पंजाब फिर से खड़ा हो सके. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अभिनेता सोनू सूद (Actor Sonu Sood) भी  सामने आये हैं. रविवार को वे लोगों की मदद के लिए अमृतसर पहुंचे. यह भी पढ़े: Punjab Floods: गायक दिलजीत दोसांझ का सराहनीय कदम, बाढ़ प्रभावित पंजाब के 10 गांवों को लिया गोद; संजय दत्त समेत अन्य हस्तियों ने भी बढ़ाया मदद का हाथ

सोनू सूद पहले पंजाब के बागपुर जाएंगे


 अमृतसर पहुंचने के बाद सोनू सूद ने कहा, "पहले हम बागपुर जा रहे हैं, फिर सुल्तानपुर लोधी, और फिर इस बेल्ट में फिरोजपुर, फाजिल्का, और अजनाला जाएंगे. हर कोई मदद के लिए आगे आ रहा है, लेकिन बहुत से लोगों को जुड़ने की जरूरत है ताकि पंजाब जल्द से जल्द अपने पैरों पर खड़ा हो सके. यह निश्चित रूप से मुश्किल है, लेकिन पंजाब को अपने पैरों पर वापस खड़ा होना चाहिए.

सोनू सूद पहुंचे अमृतसर

आजीविका बहाली पर जोर


सोनू सूद ने कहा, "मुझे लगता है कि राशन सभी तक पहुंच गया है, लेकिन समस्या उनकी आजीविका की है, जिसे फिर से प्रदान करने की आवश्यकता है, ताकि वे जल्द से जल्द अपने पैरों पर खड़े हो सकें.

सोनू सूद की बहन मलविका सूद भी राहत कार्यों में सक्रिय


सूद चैरिटी फाउंडेशन के माध्यम से सोनू सूद ने राहत सामग्री जैसे भोजन, दवाइयां, और अस्थायी आश्रय प्रदान करने के साथ-साथ चिकित्सा शिविर और नावों की व्यवस्था की है। उनकी बहन मलविका सूद भी ग्राउंड पर सक्रिय हैं और वह गांवों का दौरा कर जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचा रही हैं.

पंजाब को अपनी आत्मा मानते हैं सोनू सूद


सोनू सूद ने पंजाब को अपनी आत्मा बताते हुए हर प्रभावित परिवार को सहायता का आश्वासन दिया है। उनका मानना है कि इस कठिन समय में सभी को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि पंजाब को जल्द से जल्द खड़ा किया जा सके

पंजाब में आई बाढ़ से 1900 से अधिक गांव डूबे


एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में आई बाढ़ से 1900 से अधिक गांव डूब गए हैं और 3.84 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. 1.5 लाख हेक्टेयर फसल भी बर्बाद हो गई है. राहत कार्य तेज़ी से चलाए जा रहे हैं, जिनमें राशन, दवाइयां, और अस्थायी आश्रय जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं और नावों के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.प्रशासन, एनजीओ, और स्थानीय समुदाय मिलकर प्रभावितों को जल्द मदद पहुंचा रहे हैं.