
Nashik Water Crisis: महाराष्ट्र में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच नासिक जिले के पेठ तालुका स्थित बोरीचिवाड़ी गांव में जल संकट दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है. गांव में पीने के पानी की भारी कमी के चलते ग्रामीणों, विशेष रूप से महिलाओं को रोज़ाना कई किलोमीटर दूर जाकर या गहरे कुओं में उतरकर पानी लाना पड़ रहा है.
स्थानीय निवासियों की गुहार
पानी से परेशान महिलाओं का कहना है कि उन्हें दिन का एक बड़ा हिस्सा सिर्फ पानी लाने में लगाना पड़ता है, जिससे घरेलू कामकाज और बच्चों की देखभाल पर सीधा असर पड़ रहा है। यह स्थिति न सिर्फ शारीरिक थकावट लाती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ा रही है.
नासिक के बोरीचिवाड़ी गांव में पानी का संकट!
#WATCH | Maharashtra | Women face hardships in their quest to get water for daily use amid water crisis in Borichivari village of Taluka Peth in Nashik district pic.twitter.com/2TTSBTaVMd
— ANI (@ANI) April 20, 2025
नासिक जिला परिषद की प्रतिक्रिया
बोरीचिवाड़ी गांव में उत्पन्न हुए जल संकट को लेकर नासिक जिला परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि गर्मियों के मौसम में ज़रूरतमंद गांवों तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल पहुँचाने की योजना बनाई गई है.
उन्होंने बताया कि 2023 में कम बारिश के कारण जिले में करीब 400 टैंकरों की आवश्यकता पड़ी थी, लेकिन 2024 में औसत से 110% अधिक वर्षा दर्ज की गई है. इस वजह से इस वर्ष टैंकरों की मांग में कमी आने की संभावना है और हालात पिछले साल की तुलना में बेहतर रहेंगे.
संकट से निपटने के लिए 8.8 करोड़ रुपये की मंजूरी
अधिकारियों ने बताया कि इस संकट से निपटने के लिए नासिक जिला प्रशासन ने 8.8 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है, ताकि बोरीचिवाड़ी गांव में उत्पन्न पानी की संकट को हल किया जा सके.