Mumbai Metro Driverless Train: दिल्ली के बाद अब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी जल्द ही ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनें दौड़ती नजर आएंगी। मुंबई मेट्रो ग्रीन लाइन 4 के लिए ट्रेनों के डिज़ाइन और फीचर्स की पहली झलक सामने आ चुकी है, जो बेहद आकर्षक और अत्याधुनिक हैं. इन ट्रेनों में साइकिल रैक, व्हीलचेयर एक्सेस, और इंटीरियर एयरफ्लो कूलिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं। कुल 39 ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनें इस रूट पर चलेंगी. इन ट्रेनों के निर्माण के लिए लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) और अल्स्टॉम के संयुक्त उद्यम (Joint Venture) को फरवरी 2025 में रोलिंग स्टॉक कॉन्ट्रैक्ट सौंपा गया था.
39 छह-कोच ट्रेनसेट होंगे तैयार
कॉन्ट्रैक्ट के तहत, अल्स्टॉम अपनी श्री सिटी (आंध्र प्रदेश) स्थित फैक्ट्री में 39 मेट्रोपोलिस ट्रेनसेट तैयार करेगा. प्रत्येक ट्रेनसेट में 6 कोच होंगे. इसके साथ ही, उरबालिस फॉरवर्ड CBTC सिग्नलिंग सिस्टम और 5 साल की रखरखाव सेवाएं भी शामिल हैं. यह कॉन्ट्रैक्ट रोलिंग स्टॉक, CBTC सिग्नलिंग, ट्रेन नियंत्रण प्रणाली, दूरसंचार, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स, और डिपो मशीनरी के साथ-साथ 5 वर्षों के मेंटेनेंस को भी कवर करता है. यह भी पढ़े: Mumbai Metro Line-3 Update: मुंबई मेट्रो लाइन-3 का अंतिम चरण का काम करीब पूरा; वर्ली-कफे परेड लाइन पर अगस्त के अंत में सेवा शुरू होने की उम्मीद
ड्राइवरलेस मुंबई मेट्रो ट्रेन
#FirstLook of the Mumbai Metro Green Line train design.
The line will get 39 driverless Metropolis trainsets to be manufactured at Alstom’s Sri City factory in Andhra Pradesh.
Features include bicycle racks, wheelchair access and interior airflow cooling.
Mumbai Metro’s Line 4… pic.twitter.com/68sJMKbU2w
— Rajendra B. Aklekar (@rajtoday) August 26, 2025
32 स्टेशनों वाला 35.3 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर
मुंबई मेट्रो ग्रीन लाइन 4 वडाला से ठाणे के कसरवडवली तक फैला एक 35.3 किलोमीटर लंबा उन्नत एलिवेटेड कॉरिडोर होगा, जिसमें कुल 32 स्टेशन होंगे. यह लाइन ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, मोनोरेल, और मुंबई मेट्रो की अन्य लाइनों से कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.
अल्स्टॉम के क्षेत्रीय अध्यक्ष का बयान
अल्स्टॉम के एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्रीय अध्यक्ष लिंग फांग ने कहा, “हमें मुंबई मेट्रो लाइन 4 परियोजना के लिए चुने जाने पर गर्व है. यह प्रोजेक्ट मुंबई के सार्वजनिक परिवहन और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा.
बेंगलुरु में होगा निर्माण
‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत, सभी 39 ट्रेनसेट्स का डिज़ाइन बेंगलुरु स्थित अल्स्टॉम इंजीनियरिंग सेंटर में तैयार किया जाएगा और इनका निर्माण श्री सिटी, आंध्र प्रदेश में होगा.
इन ट्रेनों की प्रणोदन प्रणाली कोयंबटूर (तमिलनाडु) में और बोगी (bogies) सावली (गुजरात) में तैयार की जाएंगी.
दिल्ली में 2020 में शुरू हुई थी देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो
इससे पहले, दिसंबर 2020 में देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो सेवा दिल्ली में शुरू की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनकपुरी पश्चिम से बोटैनिकल गार्डन तक की 37 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन पर इस सेवा का उद्घाटन किया था. यह सेवा अब पूरी तरह से सुचारू रूप से संचालित हो रही है.













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