QR Code Scam Alert: ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) के दौर में क्यूआर कोड स्कैम के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में क्यूआर कोड के जरिए स्कैम के कई मामले सामने आए हैं. दरअसल, स्कैमर्स (Scammers) क्यूआर कोड को इस्तेमाल करने में आसानी का फायदा उठाते हैं, यूजर्स को फिशिंग साइट्स (Phishing Sites) पर ले जाते हैं और संवेदनशील डेटा (Sensitive Data) चोरी कर लेते हैं. इसलिए क्यूआर कोड स्कैन (QR Code Scan) करते समय आप भी सावधानी बरतें वरना आपको भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. यह भी पढ़ें- NPCI New Guidelines: आपकी UPI ID हो सकती है बंद, 31 दिसंबर तक का है समय.. तुरंत निपटा लीजिए ये काम
कैसे होता है क्यूआर कोड स्कैम?
जब कोई शख्स किसी सामान को ऑनलाइन बिक्री वेबसाइट पर डालता है, तब यह स्कैम शुरू होता है. फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स खुद को खरीदार के रूप में पेश करते हैं और एडवांस या टोकन अमाउंट का पेमेंट करने के लिए क्यूआर कोड शेयर करते हैं. लेकिन जैसे ही यूजर्स इस क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं, वैसे ही वह इस स्कैम का शिकार बन जाते हैं और उनके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं
क्यूआर कोड स्कैम को कैसे पहचाने और इससे कैसे बचें?
सबसे पहले तो यूजर्स को यह जानकारी होनी चाहिए कि क्यूआर कोड सिर्फ पैसे भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ना कि पैसे प्राप्त करने के लिए. दूसरा, कभी भी क्यूआर कोड स्कैन करने में जल्दबाजी न करें. पेमेंट करने से पहले क्यूआर कोड से जुड़े यूआरएल या वेबसाइट की ठीक से पड़ताल कर लें. इसके अलावा अगर किसी वेबसाइट की शुरुआत "https://" से शुरू नहीं हो रही है और वेबसाइट के नाम में कोई स्पेलिंग की गड़बड़ी है तो आप समझ लें कि यह एक फेक वेबसाइट है. कोशिश करें कि अगर जरूरत न हो तो अजनबियों के साथ अपना मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी और बैंक डिटेल्स भी शेयर न करें.