नई दिल्ली: छठ पूजा (Chhath Puja 2020) की शुरुआत गुरुवार को नहाय-खाय से हो चुकी है. चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार को देश के कई हिस्सों, उत्तर प्रदेश, बिहार और और झारखंड में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. छठ पूजा का ये पर्व सूर्य, प्रकृति, जल, वायु और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित है. इस दिन घाट पर जाकर पूजा करने का खास महत्व होता है. घाट पर जाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देने की परंपरा चलती आई आई है. लेकिन इस बार कोरोना (COVID-19) के चलते कई राज्यों में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करने की मनाही है.
हर साल कार्तिक महीने के छठे दिन छठ पूजा मनाई जाती है. त्योहार के दौरान, महिलाएं और पुरुष उपवास करते हैं और अपने परिवार की समृद्धि के सूर्य और उनकी पत्नी उषा की पूजा करते हैं. इस साल उगते सूर्य की प्रार्थना के साथ छठ पूजा का समापन शनिवार सुबह होगा. आज से छठ पर्व शुरू, जानिए शुभ मुहूर्त और छठी मइया के बारे में खास बातें.
महामारी के चलते इस साल कई राज्यों ने सार्वजानिक स्थानों पर छठ पूजा करने पर प्रतिबंध लगाया है. यहां उन राज्यों की सूची दी गई है, जिन्होंने सार्वजानिक छठ समारोह पर प्रतिबंध लगाया है.
दिल्ली
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते सार्वजनिक छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया है. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि COVID-19 महामारी को देखते हुए इस साल शहर में सार्वजनिक स्थानों, नदी के किनारे और मंदिरों में छठ पूजा नहीं की जाएगी. COVID-19 का हवाला देकर दिल्ली HC ने खारिज की छठ पर याचिका, कहा- त्योहार के लिए जिंदा रहना जरूरी.
मुंबई
मुंबई में, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने शहर में समुद्र तटों, नदी तटों और अन्य प्राकृतिक जल निकायों में छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया है. बीएमसी ने लोगों को भीड़ से बचने के लिए कहा है. मुंबई पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वो सार्वजनिक जगहों पर भीड़ को इकट्ठा होने से रोके.
ओडिशा
ओडिशा सरकार ने नदी तटों पर स्नान सहित छठ पूजा के सामूहिक उत्सव को प्रतिबंधित कर दिया है. राज्य सरकार ने प्रतिबंध लगाते हुए कहा, 'नदी तट के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं, त्योहार के जश्न में कोरोनो वायरस महामारी के प्रसार की बड़ी संभावना होती है.'
झारखंड
झारखंड सरकार ने COVID-19 को ध्यान में रखते हुए नदी तटों पर सार्वजानिक उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, 17 नवंबर को, सरकार ने अपने आदेश को वापस ले लिया और लोगों को जल निकायों में त्योहार मनाने की अनुमति दे दी. हालांकि, सभी लको कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्त पालन करना होगा. सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है.