मुंबई, 20 अगस्त: साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक युवक माइक्रोसॉफ्ट टेक सपोर्ट स्कैम (Microsoft Tech Support Scam) चला रहा था. आरोपी की पहचान गौरव त्रिवेदी के रूप में हुई है, जो खुद को माइक्रोसॉफ्ट का सपोर्ट स्टाफ बताकर लोगों को ठगने का काम करता था. इस पूरे मामले का पर्दाफाश ‘NanoBaiter’ नामक एक एक्स (X) यूजर ने किया. उन्होंने बताया कि गौरव त्रिवेदी ने उन्हें भी झांसे में लेने की कोशिश की थी. लेकिन ठगे जाने के बजाय NanoBaiter ने आरोपी का लैपटॉप हैक कर लिया और उसकी असली पहचान दुनिया के सामने रख दी.
क्या होता है माइक्रोसॉफ्ट टेक सपोर्ट स्कैम?
इस स्कैम का तरीका बहुत चालाकी भरा होता है. सबसे पहले पीड़ित के कंप्यूटर पर एक फर्जी पॉप-अप आता है. पॉप-अप में तेज आवाज के साथ चेतावनी दी जाती है कि आपका डेटा खतरे में है और तुरंत माइक्रोसॉफ्ट को कॉल करें.
जब कोई शख्स कॉल करता है, तो स्कैमर AnyDesk या TeamViewer जैसे सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवाकर पीड़ित के कंप्यूटर पर रिमोट एक्सेस ले लेता है. उसके बाद वह सिस्टम लॉक कर देता है और डेटा बचाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता है.
गौरव त्रिवेदी चला रहा माइक्रोसॉफ्ट टेक सपोर्ट स्कैम
1/ Meet Gaurav Trivedi, an Indian scammer who impersonates Microsoft support and then rips off innocent vulnerable people.
He tried to scam me......but instead of paying him money, I hacked into his laptop and turned on his live webcam feed. pic.twitter.com/qI5MY96LWm
— NanoBaiter (@NanoBaiter) August 19, 2025
कैसे खुला स्कैम का राज
3/ The scammer’s main goal?
To trick you into giving them remote access to your computer using tools like AnyDesk or TeamViewer.
But when Gaurav tried it on me… I gave him access to my virtual machine and used it to hack into his system instead. pic.twitter.com/Iit3TZVIcM
— NanoBaiter (@NanoBaiter) August 19, 2025
आरोपी का सच सामने आया
NanoBaiter ने न सिर्फ स्कैमर की असली पहचान उजागर की बल्कि उसकी लाइव लोकेशन भी ट्रेस कर ली. उन्होंने गौरव त्रिवेदी की वेबकैम फुटेज, फोटो और सटीक GPS लोकेशन शेयर कर दी. इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि कैसे स्कैमर दिन-रात निर्दोष लोगों को ठगने में जुटा रहता था.
सावधान रहें
इस घटना से साफ है कि इंटरनेट पर हर पॉप-अप या कॉल पर आंख मूंदकर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है.
- किसी भी संदिग्ध पॉप-अप पर क्लिक न करें.
- बिना सोचे-समझे किसी को रिमोट एक्सेस न दें.
- और हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से ही सपोर्ट लें.
पुलिस को टैग कर की कार्रवाई की मांग
NanoBaiter ने रायबरेली पुलिस को टैग करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसे स्कैमर लोगों की जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं, इसलिए पुलिस को तुरंत कदम उठाना चाहिए.













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