तोशिबा, एक नाम जो हमेशा से इलेक्ट्रॉनिक्स और तकनीक की दुनिया में चमकता रहा है, आज एक नए मोड़ पर खड़ा है. कंपनी ने घोषणा की है कि वो अपने घरेलू कर्मचारियों की संख्या में 4,000 तक की कमी लाने जा रही है. ये कदम एक बड़े बदलाव का हिस्सा है, जिसका मकसद कंपनी को फिर से पटरी पर लाना है.
यह फैसला तोशिबा के नए मालिक, जापान इंडस्ट्रियल पार्टनर्स (JIP) के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम द्वारा लिया गया है. JIP ने दिसंबर में 13 अरब डॉलर में कंपनी को खरीद लिया था, जिसके बाद तोशिबा को शेयर बाजार से हटा दिया गया. यह फैसला एक दशक लंबे घोटालों और कंपनी के अंदरूनी उथल-पुथल के बाद आया है.
BREAKING: Japan’s Toshiba says to cut up to 4,000 jobs
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— Insider Paper (@TheInsiderPaper) May 16, 2024
इस बदलाव में तोशिबा का मुख्यालय टोक्यो से कावासाकी में शिफ्ट किया जा रहा है और कंपनी अगले तीन सालों में 10% ऑपरेटिंग लाभ हासिल करने का लक्ष्य रख रही है. तोशिबा के साथ JIP का यह प्रयोग जापान में प्राइवेट इक्विटी फर्मों के लिए एक बड़ी परीक्षा है. पहले इन फर्मों को "हागेटाका" यानी "गिद्ध" कहा जाता था, क्योंकि वे कंपनियों को खरीदकर उनका मूल्य कम करने और फिर बेचने में माहिर होते थे. लेकिन अब जापान में भी प्राइवेट इक्विटी का स्वागत हो रहा है, खासकर उन कंपनियों के लिए जो अपने गैर-मुख्य कारोबारों को बेचना चाहती हैं या उन्हें उत्तराधिकारी खोजने में मुश्किल आ रही है.
तोशिबा की कटौती एक बड़े बदलाव का संकेत है, जो कई अन्य जापानी कंपनियों में भी देखने को मिल रहा है. कोनिका मिनोल्टा (फोटोकॉपी मशीन बनाने वाली कंपनी), शिसेडो (कॉस्मेटिक्स कंपनी), और ओम्रॉन (इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी) जैसी कंपनियों ने भी हाल ही में नौकरी छँटनी की घोषणा की है.