Monsoon 2020 Forecast: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच केरल में आज (1 जून) मानसून ने दस्तक दे दी है. इसके साथ ही देश के कई राज्यों को गर्मी के प्रकोप से राहत मिल गया है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपनी ताजा भविष्यवाणी में मानसून के सामान्य रहने की बात कही है. यानि की देश में दक्षिण-पश्चिम (Southwest Monsoon) के आने में अब देरी नहीं होगी. जिस वजह से कुछ ही दिनों में लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल जाएगी.
आईएमडी के मुताबिक देशभर में जून से सितंबर तक रहने वाला दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य (दीर्घावधि औसत के 96 से 104 प्रतिशत) रहेगा. इस साल देश में मॉनसून की बारिश दीर्घावधि औसत (LPA) के 102 प्रतिशत होने की उम्मीद है. जबकि मॉनसून की वर्षा उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घावधि औसत के 107 प्रतिशत, मध्य भारत में 103 प्रतिशत, दक्षिणी प्रायद्वीप में 102 प्रतिशत तथा पूर्वोत्तर भारत में 96 प्रतिशत होने की संभावना है. समूचे देश के लिए जुलाई माह में दीर्घावधि औसत (LPA) के 103 प्रतिशत तथा अगस्त माह में 97 प्रतिशत वर्षा होने की संभावना है. Monsoon 2020: मानसून में नहीं होगी देरी, 1 जून से केरल में सक्रिय होने की मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी
2020 दक्षिण पश्चिमी मॉनसून वर्षा का दीर्घावधि पूर्वानुमान का अपडेट
समूचे देश के लिए वर्ष 2020 की दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ऋतु (जून – सितम्बर)की वर्षा सामान्य (दीर्घावधि औसत के 96 से 104 प्रतिशत) होने की संभावना है ।
— India Met. Dept. (@Indiametdept) June 1, 2020
मौसम विभाग ने पहले ही इस साल देश में मानसून सामान्य रहने की भविष्यवाणी की थी. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 15 अप्रैल को समूचे देश के लिए दक्षिण पश्चिम मॉनसून की वर्षा के लिए पहले चरण का प्रचालनात्मक दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी किया था.
हालांकि कुछ हफ्ते पहले ही आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के चार दिन देरी से केरल में आने की बात कही थी. केरल में मानसून पहुंचने के साथ ही देश में जून से सितंबर तक के चार महीने लंबे बरसात के मौसम की शुरुआत हो जाती है. सामान्य तौर पर केरल में 1 जून को मानसून पहुंचता है.