Bihar Flood Update: बिहार में इस साल भी बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई है.गंगा और उसकी सहायक नदियाँ. कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और महानंदा. का बढ़ता जलस्तर कई जिलों में जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर चुका है.खेत-खलिहान, घर, सड़कें और लोगों की उम्मीदें पानी में डूब गई हैं.
बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत
ताज़ा जानकारी के अनुसार, इस आपदा में अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 13 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. पूरे बिहार में हाहाकार मचा हुआ है. यह भी पढ़े: Bihar Floods: बिहार में बाढ़ से और बिगड़ सकते हैं हालात, नेपाल में फिर भारी बारिश का अलर्ट
बिहार में बाढ़ का कहर
प्रभावित जिले और स्थिति:
मुजफ्फरपुर:
बागमती नदी के उफान के कारण कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. चचरी पुल बह जाने से गांवों का संपर्क टूट गया है.अब लोगों के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बचा है, जिससे वे बाहर आ-जा पा रहे हैं.
भागलपुर:
गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। रविवार को पानी नए निचले इलाकों और विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस तक पहुंच गया। हालांकि, फरक्का बैराज के 101 गेट खोले जाने से जलस्तर में कमी आने की उम्मीद है.
खगड़िया:
यहाँ बाढ़ के कारण 88 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई, जिससे परिवार में मातम है। लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. प्रशासन ने जिले के 32 स्कूलों को 14 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया है।
मुंगेर:
बाढ़ के चलते मुंगेर के 6 प्रखंड इसकी चपेट में आ गए हैं। सड़कों पर 2 से 4 फीट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को पानी के बीच से आना-जाना पड़ रहा है.
बेगूसराय:
यहाँ मां-बेटी समेत आठ लोगों की मौत हो चुकी है.जिले में बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए 118 स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
पटना:
दियारा इलाके में बाढ़ के कारण सड़क संपर्क टूट गया है। गांधी घाट और दीघा घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
वैशाली:
यहां भी बाढ़ का कहर जारी है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर जिले के 80 स्कूल बंद कर दिए हैं। बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है.
मौसम विभाग की चेतावनी:
बिहार में बाढ़ के बीच मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में उत्तर और पूर्वी बिहार में भारी बारिश की संभावना जताई है. साथ ही नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर और बढ़ सकता है.
बाढ़ से जुड़ी चुनौतियाँ
-
बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है.
-
लोगों को खाने-पीने की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.
-
हजारों लोग ऊंचे स्थानों या राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं.
हालांकि, सरकार हर संभव लोगों के रेस्क्यू ऑपरेशन और मदद में जुटी हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं.












QuickLY