अमेरिका से एक अमेरिकी मिलिट्री विमान ने 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को भारत वापस भेजा है. यह C-147 विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा, जहां भारतीय प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद थी. इस विमान में 13 बच्चे, 79 पुरुष, और 25 महिलाएं शामिल थीं, जिनमें से 33 प्रवासी गुजरात से हैं, जिन्हें अमृतसर एयरपोर्ट से सीधे गुजरात भेजा जाएगा.
अमेरिका से भारत तक का सफर
ये अवैध भारतीय प्रवासी मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़े गए थे, जबकि उनका दावा है कि वे वैध रूप से भारत से अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन बाद में डंकी रूट (अवैध रास्ते) के जरिए अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी. हालांकि, भारत पहुंचने पर इन लोगों की गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है, क्योंकि इन्होंने भारतीय कानूनों का उल्लंघन नहीं किया है.
इस मामले में खास बात यह है कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए अमेरिकी प्रशासन ने सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया है. इससे पहले, ग्वाटेमाला, पेरू, और होंडूरास जैसे देशों के अवैध प्रवासियों को भी अमेरिका ने इसी तरह से वापस भेजा था.
Punjab: A U.S. military aircraft landed at Amritsar's Sri Guru Ramdas International Airport, bringing deported Indian nationals from the United States pic.twitter.com/qUMVqCJdJn
— IANS (@ians_india) February 5, 2025
अमेरिका का डिपोर्टेशन प्रोग्राम और भारत का सहयोग
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सरकार के दौरान अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े डिपोर्टेशन प्रोग्राम की शुरुआत की थी, जिसके तहत अवैध प्रवासियों को उनके देशों में वापस भेजने का कार्य शुरू किया गया था. इस संदर्भ में, भारत और अमेरिका ने मिलकर करीब 18,000 अवैध भारतीयों की पहचान की है, जिन्हें अमेरिका से वापस भारत भेजने की योजना बनाई गई है.
भारत सरकार ने हमेशा इस मुद्दे पर अमेरिका के साथ सहयोग करने की इच्छा जताई है. भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि भारत अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों की संख्या की जांच कर रहा है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि कितने लोग वापस भेजे जा सकते हैं.
भारत के लिए यह क्या मायने रखता है?
अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की संख्या को लेकर हाल ही में प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें बताया गया कि अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी रहते हैं, जो दुनिया भर के अवैध प्रवासियों में तीसरे स्थान पर हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत को अपने नागरिकों के मामलों को गंभीरता से लेना होगा और इस तरह के प्रत्यावर्तन को लेकर उचित कदम उठाने होंगे.
अमेरिका से अवैध प्रवासियों का भारत लौटना एक ऐसा मुद्दा है जिसे केवल दोनों देशों के बीच सहयोग से ही हल किया जा सकता है. हालांकि, भारतीय नागरिकों की स्थिति पर कोई कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है, लेकिन भारत सरकार को इस मामले में आगे भी सही दिशा में काम करने की आवश्यकता है. इन अवैध प्रवासियों की वापसी से यह भी सुनिश्चित होता है कि भविष्य में इस तरह के मामलों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच और अधिक मजबूत तालमेल बने.













QuickLY