Duleep Trophy 2025: घरेलू क्रिकेट सीजन 2025-26 के पहले टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी(Duleep Trophy) 2025 के लिए दक्षिण क्षेत्र(South Zone) की टीम के चयन को लेकर बीसीसीआई(BCCI) में नाराजगी देखी जा रही है. खास बात यह है कि इंग्लैंड(England) के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में शामिल कई मुख्य खिलाड़ियों का इस जोन की टीम में चयन नहीं हुआ है. दक्षिण क्षेत्र की टीम के कप्तान के तौर पर प्रतिभाशाली टिलक वर्मा को चुना गया है, लेकिन कप्तान के रूप में भी वह अक्टूबर में भारत की राष्ट्रीय टीम के इंगेजमेंट के कारण उपलब्ध नहीं रहेंगे. बीसीसीआई के जनरल मैनेजर क्रिकेट ऑपरेशन्स, अबे कुरुविला ने राज्य क्रिकेट एसोसिएशनों को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने साफ कह दिया है कि जो भी खिलाड़ी वर्तमान में भारत के लिए उपलब्ध हैं, उन्हें ज़ोनल टीमों में जरूर चुना जाना चाहिए. उन्होंने लिखा, “दलीप ट्रॉफी की प्रतिष्ठा बनाए रखने और उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि सभी उपलब्ध भारतीय खिलाड़ी अपनी-अपनी जोनलl टीमों में चुने जाएं.” ऑनलाइन गेमिंग कानून का प्रहार चालू, ड्रीम11 ने भारत में बंद किए सभी पेड कॉन्टेस्ट, इमोशनल मेसेज कर कहा अलविदा
दक्षिण जोन की टीम से केएल राहुल का चयन नहीं होना भी चर्चा का विषय बना हुआ है. राहुल फिलहाल टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए चयन प्रक्रिया से बाहर हैं. साथ ही, वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और सई सुधर्शन जैसे अन्य युवा खिलाड़ी भी टीम में शामिल नहीं किए गए हैं. साउथ जोन से जुड़े चयनकर्ता थलैवन सरगुनम ने संजू सैमसन के चयन न होने के पीछे उनकी पिछले सीजन रांची ट्रॉफी में सीमित उपस्थिति को कारण बताया है। उन्होंने कहा कि संजू ने पिछले सीजन सिर्फ दो मैच खेले और ज्यादातर समय वे चोट और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण टीम के बाहर रहे थे. इसलिए अनुभवी चयनकर्ताओं ने उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जो घरेलू रेड-बॉल क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
दलीप ट्रॉफी इस साल पुराने zonal फॉर्मेट में खेली जा रही है, जिसमें क्षेत्रीय टीमें नेटिव जोन का प्रतिनिधित करती हैं. दक्षिण क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र सीधे सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगे जबकि अन्य ज़ोन क्वार्टर फाइनल से शुरुआत करेंगे. सभी मैच BCCI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बैंगलोर में खेले जाएंगे. वहीं, भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल उत्तर क्षेत्र की टीम का नेतृत्व करेंगे, लेकिन वे टूर्नामेंट के दौरान ही राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़ने के लिए टूर्नामेंट से दूर हो जाएंगे. उत्तर क्षेत्र का मुकाबला पूर्व क्षेत्र से 28 से 31 अगस्त के बीच होगा.
बीसीसीआई का यह कदम साफ संदेश देता है कि घरेलू क्रिकेट में स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह टूर्नामेंट अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए संभावित खिलाड़ियों का चयन करने वाला मंच है. बोर्ड ने चयन समितियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ा निर्देश दिया है कि उपलब्ध भारतीय खिलाड़ी जोनल टीमों में खेलें ताकि प्रतिस्पर्धा का स्तर ऊंचा रहे और युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिले.












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