RBI ने नहीं बदली ब्याज दरें, FD निवेशकों के लिए अच्छा मौका, जानें किन बैंकों में मिल रहा सबसे ज्यादा फायदा
Top 5 Fixed Deposit Interest Rates In Govt, Private And Small Finance Banks.

Fixed Deposit interest rates: रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार, 6 अगस्त को अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए प्रमुख नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखने की घोषणा की है. साथ ही आरबीआई (RBI) ने ‘न्यूट्रल’ रुख बनाए रखा है, यानी आगे की नीतियों में ब्याज दर बढ़ाने या घटाने, दोनों की संभावना बनी हुई है.

रेपो रेट क्या है और इसका असर एफडी पर कैसे पड़ता है?

रेपो रेट (Repo Rate) वह ब्याज दर है, जिस पर बैंक कम समय (Short Term) के लिए आरबीआई से कर्ज लेते हैं. जब आरबीआई इस दर को घटाता है, तो बैंकों को सस्ता कर्ज मिल जाता है, और वह अपने लोन की ब्याज दरें भी कम कर देते हैं. लेकिन इसका असर सिर्फ कर्ज लेने वालों पर ही नहीं, बल्कि निवेशकों पर भी पड़ता है. दर घटने के साथ ही बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) पर मिलने वाला ब्याज भी घटा देते हैं, क्योंकि उन्हें ग्राहकों से पैसा आकर्षित करने के लिए ज्यादा ब्याज देने की जरूरत नहीं रहती है.

2025 में अब तक कितनी कटौती हुई है?

साल 2025 में आरबीआई ने पहले ही तीन बार रेपो रेट घटाया है. फरवरी में यह दर 6.5% थी, जिसे जून तक तीन चरणों में घटाकर 5.5% कर दिया गया था. कुल मिलाकर 100 बेसिस प्वाइंट (BPS) की कटौती की गई थी. इसके बाद से देश के सभी बड़े बैंक जैसे एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और एसबीआई (SBI) समेत कई बैंकों ने अपनी एफडी की ब्याज दरों में लगातार कटौती की है.

इस बार दरें स्थिर, आगे घट सकती हैं

इस बार आरबीआई ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया है, इसलिए उम्मीद है, कि बैंक फिलहाल एफडी रेट स्थिर रख सकते हैं. हालांकि, कई विशेषज्ञो का मानना हैं, कि आने वाले महीनों में आरबीआई एक और रेपो रेट कटौती कर सकता है, जिससे एफडी दरों में और गिरावट आ सकती है. यह भी ध्यान रखना जरूरी है, कि बैंक अपनी आंतरिक नीतियों और बाजार की परिस्थितियों के आधार पर बीच में भी एफडी रेट घटा सकते हैं.

अभी भी मिल रहे हैं ऊंचे एफडी रेट

अगर आप एफडी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अभी भी कई बैंक आकर्षक ब्याज दरें दे रहे हैं. खासतौर पर स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Banks) सामान्य बैंकों से ज्यादा ब्याज देते हैं. कुछ बैंक तो 8.50% तक सालाना ब्याज दे रहे हैं, जो मौजूदा हालात में काफी अच्छा रिटर्न है.

पब्लिक सेक्टर बैंकों (Public Sector Banks) में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank Of India) 7% तक ब्याज दे रहा है, पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab & Sind Bank) 6.80% तक और इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) 6.75% तक ब्याज ऑफर कर रहा है. प्राइवेट बैंकों (Private Banks) में एसबीएम बैंक इंडिया (SBM Bank India) 7.50% तक ब्याज दे रहा है, जबकि बंधन बैंक (Bandhan Bank) और डीसीबी बैंक (DCB Bank) 7.40% तक, और आरबीएल बैंक (RBL Bank) 7.20% तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं.

स्मॉल फाइनेंस बैंकों (Small Finance Banks) में स्लाइस स्मॉल फाइनेंस बैंक (Slice Small Finance Bank) सबसे आगे है, जो 8.50% तक ब्याज दे रहा है, जबकि सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक (Suryoday Small Finance Bank) और जना स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana Small Finance Bank) 8.20% तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं.

बड़े बैंकों की स्थिति

देश के सबसे बड़े बैंकों में एसबीआई, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक की अधिकतम एफडी ब्याज दर फिलहाल लगभग 6.60% है, जबकि यस बैंक (YES Bank) 7% तक ब्याज दे रहा है.

इसलिए, अगर आप एफडी में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो अभी सही समय है, कि अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करके निवेश करें. आने वाले महीनों में यदि आरबीआई रेपो रेट में फिर कटौती करता है, तो एफडी की दरें और घट सकती हैं. ऐसे में अभी निवेश करने से आप लंबी अवधि के लिए मौजूदा ऊंची दरों को लॉक करके फायदा उठा सकते हैं.