Zubeen Garg Death Case: असम के लोकप्रिय सिंगर और कंपोजर जूबिन गर्ग की मौत को लेकर अब बड़ा राजनीतिक बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विधानसभा में कहा कि जूबिन की मौत किसी हादसे का नतीजा नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या का मामला है. 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय उनकी संदिग्ध हालात में मौत हुई थी, जिसके बाद पूरे राज्य में सवाल उठने लगे थे.
'जूबिन गर्ग की मौत हादसा नहीं मर्डर था'
Our #BelovedZubeen was murdered. The accused will face the wrath of the law. pic.twitter.com/KbT347mojB
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 25, 2025
जूबिन की हत्या हुई: हिमंत बिस्वा सरमा
सरमा ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि यह लापरवाही या दुर्घटना नहीं थी. उन्होंने दावा किया कि एक आरोपी ने जूबिन की हत्या की और बाकी लोग इसमें उसकी मदद कर रहे थे. सीएम के मुताबिक 4 से 5 लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया जा रहा है और कई अहम सबूत SIT को मिल चुके हैं.
SIT की कार्रवाई तेज, कई गिरफ्तार
असम सरकार ने जांच के लिए CID के तहत एक विशेष जांच दल बनाया है. इसके अलावा एकमात्र सदस्य वाली आयोग भी गठित की गई है, जिसकी अगुवाई गौहाटी हाई कोर्ट के जज जस्टिस सौमित्र सैकिया कर रहे हैं. अब तक आयोजक, मैनेजर, दो बैंड मेंबर, एक रिश्तेदार जो पुलिस अधिकारी हैं, और दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स सहित कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने सुरक्षा कर्मियों के खातों में 1.1 करोड़ रुपये से ज्यादा के ट्रांजैक्शन मिलने का दावा किया है.
चार्जशीट में बड़ा खुलासा हो सकता है
सीएम ने कहा कि SIT दिसंबर में मजबूत चार्जशीट दाखिल करेगी और हत्या की वजह सामने आने पर पूरा राज्य हैरान रह जाएगा. चार्जशीट के बाद लापरवाही, भरोसेघात और वित्तीय अनियमितताओं के पहलू भी जांच में शामिल किए जाएंगे.
सिंगापुर पुलिस भी कर रही अलग जांच
उधर, सिंगापुर पुलिस भी अपनी स्वतंत्र जांच कर रही है. इसी बीच जांच आयोग ने बयान और सबूत जमा करने की तारीख बढ़ाकर 12 दिसंबर कर दी है.













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