नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) से टिड्डी दल (Tiddi Dal) की घुसपैठ देश में हो चुकी है. पड़ोसी देश से टिड्डी दल (Locust) राजस्थान (Rajasthan), पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में प्रवेश कर चुके है. इस वजह से किसानों में डर का माहौल है. बताया जा रहा है कि टिड्डी दल कपास की खड़ी फसलों और सब्जियों को बड़ी क्षति पहुंचा सकते है.
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान से घुसने वाले टिड्डी दल ने राजस्थान को सबसे अधिक प्रभावित किया है. इस साल टिड्डी दल जल्दी ही भारत की तरफ आ गए है. टिड्डी दल सामान्य तौर पर जून और जुलाई महीने में सीमा पार से भारत में प्रवेश करते है. फिलहाल वर्तमान स्थिति से निपटने व नियंत्रित करने के लिए के लिए राज्य सरकार विभिन्न माध्यमों को अपना रही हैं. Locust Attack: पाकिस्तान से आ रहे टिड्डी दलों से राजस्थान के किसान परेशान, गुजरात में भी अन्नदाताओं को फसल बर्बाद होने का डर
During the current year, locust swarms have entered India earlier than their normal time of June and July. States are adopting various means to control the swarm of locust:Spokesperson, Ministry of Environment, Forest and Climate Change https://t.co/gEtvPR4k68
— ANI (@ANI) May 22, 2020
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में तबाही मचाने के बाद टिड्डी दल हर साल राजस्थान से भारत में घुसते है. टिड्डियों ने पिछले साल के अंत में राजस्थान और गुजरात में काफी नुकसान किया है. टिड्डियों का झुंड राजस्थान में आने वाली हवा या रेगिस्तानी तूफान की मदद से भारत में घुसपैठ करते है. हजारों-लाखों टिड्डियों का झुंड घुसपैठ करके देश की सीमावर्ती क्षेत्रो में किसानों की फसलों को तबाह कर देते है.
जानकारों की मानें तो टिड्डी दल लाखों-करोड़ों की संख्या में आते हैं और एक ही रात में सब फसल को चट कर जाते है. एक वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करने वाला टिड्डियों का झुंड एक दिन में 35,000 लोगों का भोजन खा सकता है. हालांकि टिड्डियों का पनपना पूरी तरह से प्राकृति से जुड़ी घटना है.