Monsoon 2025 Update: देशभर में मॉनसून ने इस बार समय से नौ दिन पहले ही अपनी पकड़ बना ली है. रविवार को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी कि मॉनसून ने दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बचे हुए हिस्सों में भी दस्तक दे दी है. यह एक खास मौका है क्योंकि पिछले 25 सालों में ऐसा सिर्फ चौथी बार हुआ है जब उत्तर पश्चिम भारत और एनसीआर में एक ही दिन में मॉनसून पहुंचा हो. आंकड़ों के मुताबिक, इस बार मॉनसून ने 24 मई को केरल में प्रवेश किया था, जो सामान्य से आठ दिन पहले है.
इसके बाद मात्र 37 दिनों में यह पूरे देश में फैल गया, जबकि औसतन इसे देशभर में फैलने में 38 दिन लगते हैं. सबसे जल्दी मॉनसून साल 2013 में पूरे देश में सिर्फ 16 दिन में छा गया था – वही साल जब केदारनाथ में भीषण आपदा आई थी.
मानसून ने पूरे देश को किया कवर
Update on further advance of Southwest Monsoon (29th June 2025)
The Southwest Monsoon has further advanced into remaining parts of Rajasthan, West Uttar Pradesh and Haryana and Entire Delhi today, the 29th June 2025. Thus, it has covered the entire country on 29th June, 2025,… pic.twitter.com/bye8XXgagd
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 29, 2025
कल देशभर में 8% ज्यादा दर्ज की गई बारिश
इस साल बारिश ने खेती-बाड़ी के लिए अच्छी शुरुआत दी है. 29 जून तक देशभर में सामान्य से 8% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. खासतौर पर उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में क्रमशः 37% और 24% अधिक बारिश हुई है. इससे किसानों ने समय पर खेतों में काम शुरू कर दिया है और खरीफ फसलों की बुवाई में तेजी आई है.
कृषि मंत्रालय के अनुसार, 20 जून तक कुल खरीफ फसलों की बुवाई 138 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो चुकी थी, जो पिछले साल इसी समय 125 लाख हेक्टेयर थी. यह साफ इशारा करता है कि इस बार खेती का रकबा करीब 10% ज्यादा है.
दक्षिण भारत में कुछ कमी देखी गई
गौर करने वाली बात ये है कि मॉनसून के जल्दी या देर से आने का असर कुल बारिश की मात्रा या उसके बंटवारे पर नहीं पड़ता, लेकिन इससे किसानों की बुवाई की योजना पर असर जरूर होता है. किसान आमतौर पर मॉनसून की शुरुआत देखकर ही यह तय करते हैं कि कौन सी फसल उगाई जाए ताकि सिंचाई चक्र ठीक से पूरा हो सके.
हालांकि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत के साथ दक्षिण भारत में कुछ कमी देखी गई है. 29 जून तक इन क्षेत्रों में क्रमशः 16.7% और 1.7% बारिश की कमी दर्ज की गई. फिर भी, यह कमी देशभर में खरीफ की बुवाई को प्रभावित नहीं कर सकी है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
इस बीच मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों तक उत्तर पश्चिम, मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. ऐसे में किसानों और आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.













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