Modak Sagar Lake Update: महाराष्ट्र में इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने के कारण मुंबई में पानी का संकट समाप्त हो गया है. मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली सात प्रमुख झीलों में अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, भातसा, विहार, और तुलसी में से मध्य वैतरणा के बाद अब मोदक सागर झील भी ओवरफ्लो होकर बह रही हैं
मुंबई में पानी का संकट ख़त्म
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने 9 जुलाई 2025 को एक्स पर जानकारी साझा की कि मोदक सागर झील, जो सात झीलों में से एक है, आज सुबह 6:27 बजे अतिप्रवाह (ओवरफ्लो) होने लगी. इसके बाद झील का एक गेट 1 फीट खोला गया, जिससे 1,022 क्यूसेक प्रति सेकंड की दर से पानी बह रहा है. यह भी पढ़े: Mumbai Water Lakes Update: महाराष्ट्र में बारिश के बीच बड़ी राहत, मुंबई को पानी सप्लाई करने वाली झीलों में 72% से ज्यादा पानी जमा
मोदक सागर झील भी ओवरफ्लो
🔹Modak Sagar Lake, one of the 7 lakes supplying water to the Mumbai Metropolitan City (BMC area), started overflowing at around 6:27 AM today.
🔹One gate of the Modak Sagar Lake has been opened by 1 foot, releasing a discharge of 1,022 cusecs per second.
🔹The full storage… pic.twitter.com/fXjBBAyJJW
— माझी Mumbai, आपली BMC (@mybmc) July 9, 2025
वर्तमान जल स्थिति:
- बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, सात झीलों की संयुक्त जल भंडारण क्षमता 14.47 लाख मिलियन लीटर है, और वर्तमान में यह 71.18% तक पहुंच चुकी है.
- मोदक सागर झील की वर्तमान जल भंडारण क्षमता 94.82% से अधिक हो गई है, जो इसकी कुल क्षमता 1,28,925 मिलियन लीटर का एक बड़ा हिस्सा है.
7 जुलाई मध्य वैतरणा झील में 90% पानी जमा
7 जुलाई 2025 को बीएमसी ने बताया कि मध्य वैतरणा झील में 90% पानी जमा हो चुका है. पानी की बर्बादी रोकने के लिए अतिरिक्त पानी को अन्य झीलों में स्थानांतरित करना शुरू किया गया.
पिछले साल की स्थिति
पिछले साल (2024) जुलाई में बारिश की शुरुआत अच्छी नहीं होने के कारण सात झीलों में केवल 18.73% पानी था, जिसके चलते बीएमसी को मुंबई में पानी की कटौती करनी पड़ी थी. इस साल, जुलाई के दूसरे हफ्ते के बाद इन प्रमुख झीलों में 72 फीसदी से ज्यादा पानी जाम हो गया हैं. जो 2024 की तुलना में कई गुना अधिक हैं
अन्य झीलों की स्थिति:
मध्य वैतरणा और मोदक सागर के ओवरफ्लो होने के बाद, बाकी पांच झीलें में अपर वैतरणा, तानसा, भातसा, विहार, और तुलसी अभी पूरी तरह नहीं भरी हैं. लेकिन, महाराष्ट्र में जारी भारी बारिश को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले एक से दो सप्ताह में ये झीलें भी ओवरफ्लो हो सकती हैं.













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