
नयी दिल्ली, 11 फरवरी बीजू जनता दल (बीजद) की सांसद सुलता देव ने मंगलवार को कहा कि स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली, कवच का कार्यान्वयन धीमी गति से चल रहा है और अब तक केवल 1,445 किलोमीटर की दूरी को इसके तहत लाया गया है।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान रेलवे सुरक्षा के लिए अधिक धन आवंटित करने की मांग उठाते हुए देव ने कहा कि कवच कार्यान्वयन में तेजी लाई जानी चाहिए और ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के वास्ते तकनीकी वृद्धि पर निवेश किया जाना चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि रेल दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही हैं जो चिंता का विषय है और इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2017 से 2023 के बीच देश में 200 ट्रेन दुर्घटनाएं हुईं।
देव ने कहा, "ये दुर्घटनाएं ट्रेनों के पटरी से उतरने और स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली, कवच की कमी समेत अन्य कारणों से हुईं।"
उन्होंने 2 जून, 2023 को बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास बालासोर (ओडिशा) में हुई ट्रेन दुर्घटना का भी उल्लेख किया, जिसमें लगभग 300 लोगों की जान चली गई थी और 1,200 लोग बुरी तरह घायल हो गए।
देव के अनुसार, नए बुनियादी ढांचे के लिए धन आवंटित करते समय मौजूदा बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। उन्होंने ट्रेन इंजनों में हैलोजन हेडलाइट्स के उपयोग के बारे में भी सदन का ध्यान दिलाया और कहा कि देश में बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में बात हो रही है लेकिन ट्रेनों में एलईडी हेडलाइट्स नहीं है।
देव ने कहा कि हैलोजन हेडलाइट्स 20 मीटर तक दृश्यता देती हैं, एलईडी हेडलाइट्स इसे 200 मीटर तक बढ़ा सकती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि एलईडी हेडलाइट्स के इस्तेमाल से न सिर्फ दुर्घटनाएं कम होंगी बल्कि ट्रैक पर आने वाले हाथियों जैसे जंगली जानवरों को भी रोका जा सकेगा।
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