
Iran Israel Conflict: ईरान और इजराइल के बीच तनाव अब सीधा युद्ध में बदल चुका है. बीते शनिवार (14 जून 2025) को इजराइल के ड्रोन ने दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र साउथ पार्स के रिफाइनरी पर हमला किया. धमाके के बाद वहां आग लग गई जिसे बाद में बुझा दिया गया. यह पहली बार है जब इजराइल ने ईरान के तेल और गैस उद्योग को निशाना बनाया है. इससे पहले इजराइल ने ईरान के सैन्य, वैज्ञानिक और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया था. इजराइल का कहना है कि ये हमला ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए किया गया था. इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने मिसाइलें दागनी बंद नहीं कीं, तो वह "तेहरान को जला देंगे".
वहीं, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने "अमेरिका का साफ समर्थन" हासिल कर लिया है और अब वो "ईरानी शासन के हर ठिकाने पर हमला करेंगे."
ये भी पढें: ईरान ने की जवाबी कार्रवाई, इजराइल ने ‘‘तेहरान को जला देने’’ की चेतावनी दी
ईरान के गैस क्षेत्र पर इजराइल ने किए ड्रोन हमले
🇮🇱🇺🇸💥🇮🇷Israel with US assistance attacks the world's largest gas field in Iran. They claimed they wanted to stop Iran nuclear capabilities. What would the US do if a foreign country attacked US energy resources? So shouldn't Iran do the same? pic.twitter.com/hdxbMmtIdV
— Muad MZ 💙🌊 (@muadmzaki) June 14, 2025
तेहरात में कम से कम 60 लोगों की मौत!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेहरान में एक रिहायशी इमारत पर इजरायली मिसाइल हमले में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 29 बच्चे शामिल हैं. सोशल मीडिाय पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखा कि इमारतें पूरी तरह से ढह गईं. इजरायल ने दावा किया कि उसने ईरान के 150 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें परमाणु साइट्स और सैन्य कमांडर शामिल हैं.
जवाब में ईरान ने इजरायली शहरों पर 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन दागे. तेहरान ने अमेरिका के साथ होने वाली न्यूक्लियर बातचीत भी रद्द कर दी है.
ईरान की सभी देशों को चेतावनी
ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर इजराइल के सहयोगी देश उसके मिसाइलों को रोकने में मदद करते हैं, तो उनके सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया जाएगा. इस पूरे विवाद को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ईरान और इजराइल के नेताओं से बातचीत की है और संयम बरतने की अपील की है. वहीं अमेरिका ने ईरानी मिसाइलों को रोकने में इजराइल की मदद की और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के हमलों की सराहना की.
तेहरान अब होरमुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने पर विचार कर रहा है, जिससे खाड़ी से कच्चे तेल का निर्यात होता है. इससे कच्चे तेल की कीमतों में करीब 7% की बढ़ोतरी देखी गई है.
ईरान और अमेरिका के बीच बातचीत रद्द
इस बीच ईरान और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत रद्द कर दी गई है. मध्यस्थ ओमान ने इसकी पुष्टि की. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरकची ने कहा कि “ऐसे बर्बर हमलों के बीच बातचीत जारी रखना अब जायज नहीं है.” ईरान का दावा है कि तेहरान के एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स पर हुए हमले में 60 लोग मारे गए, जिनमें 20 बच्चे भी शामिल हैं. इजराइल ने बताया कि उसने 150 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया है और 20 से ज्यादा कमांडरों को मार गिराया है, जिनमें ईरानी सेनाध्यक्ष मोहम्मद बाघेरी भी शामिल हैं.
ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें चार अलग-अलग चरणों में दागीं. एक हमले में उसने इजराइली पुलिस प्रमुख को मारने का दावा भी किया.