डिजिटल लेन-देन का बढ़ता इस्तेमाल जहां हमारी जिंदगी को आसान बना रहा है, वहीं साइबर ठग इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. इन दिनों एक ऐसा ही एक नया तरीका है, जिसके जरिए ठग UPI यूजर्स के बैंक खातों को खाली कर रहे हैं. इस स्कैम का नाम है जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम. कहा जा रहा है. यह धोखाधड़ी इतनी चालाकी से होती है कि शिकार को इस बात का पता ही नहीं चलता कि उसके पैसे कब और कैसे गायब हो गए. आइए समझते हैं इस स्कैम का तरीका, इसके काम करने का तरीका, और इससे बचने के उपाय.
क्या है ‘जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम’?
यह धोखाधड़ी का एक बेहद चतुर तरीका है. इसमें ठग पहले आपके बैंक खाते में UPI के माध्यम से एक छोटी राशि जमा करते हैं उसके बाद यह पूरा खेल शुरू होता है. यह राशि देखने में मामूली होती है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा खेल छुपा होता है.
कैसे काम करता है यह स्कैम?
ठग आपके बैंक खाते में एक छोटी राशि (जैसे 1000 रुपये या इससे कुछ अधिक) भेजते हैं. यह राशि अचानक आपके खाते में क्रेडिट होती है. जब आप देखते हैं कि आपके अकाउंट में कहीं से पैसे आए हैं, तो यह जानने के लिए उत्सुक हो जाते हैं कि पैसा कहां से आया. आप UPI ऐप खोलकर बैलेंस चेक करने की कोशिश करते हैं, और यहीं आप फंस जाते हैं,
बैलेंस चेक करने के लिए जैसे ही आप अपना UPI पिन डालते हैं, उसी समय ठग बड़े ट्रांजैक्शन की रिक्वेस्ट भेज चुके होते हैं. आपका पिन डालते ही ट्रांजेक्श की यह रिक्वेस्ट अप्रूव हो जाती है, और आपके खाते से बड़ी रकम निकल जाती है.
कैसे शिकार बनते हैं लोग?
लोग सोचते हैं कि किसी ने गलती से पैसे भेज दिए हैं. बैलेंस चेक करने की उत्सुकता में वे जल्दी-जल्दी UPI पिन डालते हैं. इस प्रक्रिया में ठग बड़ी आसानी से उन्हें फंसा लेते हैं. अगर आपके खाते में किसी अनजान व्यक्ति से पैसा जमा हुआ है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं. कभी भी जल्दबाजी में बैलेंस चेक करने या पिन डालने की गलती न करें.
इस स्कैम से बचने के आसान उपाय
वेट एंड वॉच
अगर आपके खाते में कोई अनजान राशि जमा होती है, तो तुरंत बैलेंस चेक करने से बचें. कम से कम 15-30 मिनट तक इंतजार करें, क्योंकि ठग द्वारा की गई ट्रांजैक्शन की रिक्वेस्ट कुछ समय बाद अपने आप समाप्त हो जाती है.
गलत पिन डालें
अगर आपको बैलेंस चेक करना बेहद जरूरी है, तो जानबूझकर गलत पिन डालें. इससे ट्रांजैक्शन की रिक्वेस्ट फेल हो जाएगी, और आपका पैसा सुरक्षित रहेगा.
UPI नोटिफिकेशन पर ध्यान दें
अनजान ट्रांजेक्शन से जुड़े सभी नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़ें. कभी भी बिना समझे पिन न डालें.
धोखाधड़ी होने पर साइबर क्राइम को रिपोर्ट करें
अगर आपके साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी हो चुकी है, तो तुरंत नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें. ‘जम्प्ड डिपॉजिट स्कैम’ के जरिए ठग आपकी छोटी सी गलती का फायदा उठाते हैं. इसलिए किसी भी अनजान पैसे के लेन-देन को गंभीरता से लें. हमेशा ध्यान रखें कि डिजिटल भुगतान के इस युग में सावधानी सबसे बड़ी सुरक्षा है.