कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. इसके संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और कई देशों में इससे कई जानें भी जा रही हैं. कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा इटली पर टूटा है. वहां अभी तक इससे 7500 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. इस महामारी से पूरी मानव जाति जूझ रही है और ऐसे में फेक न्यूज़ परिस्थितियों को और खराब कर रही हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो इटली की स्थिति को लेकर झूठी खबरें फैला रहे हैं. हाल ही में कुछ तस्वीरें वायरल हुईं, जिसमें सड़क पर कुछ हॉस्पिटल बेड रखे हैं और उसपर मरीज़ लेटे हुए हैं. कहा जा रहा है कि यह इटली की तस्वीरें हैं. फेसबुक पर भी यह तस्वीरें वायरल हो रही हैं. आपको बता दें कि यह तस्वीरें असली हैं, लेकिन यह इटली के COVID-19 के मरीज़ नहीं हैं. यह तस्वीर क्रोएशिया की है, जहां 22 मार्च को 5.3 की तीव्रता का भूकंप आया था.
एक फेसबुक पोस्ट में तस्वीरें शेयर की गई थीं, जिसमें दिख रहा था कि सड़क पर हॉस्पिटल बेड लगे हैं और उसपर मरीज़ सो रहे हैं. कुछ ऐसी भी तस्वीरें थीं, जिसमें लोग कंबल लपेटे सड़क पर बैठे थे. तस्वीरें देख कर कहा जा रहा था कि इटली के अस्पतालों में जगह नहीं है इसलिए मरीज़ सड़क पर बैठने के लिए मजबूर हैं. यह तस्वीरें तो दिल दहला देने वाली हैं, लेकिन यह इटली की नहीं हैं. तस्वीरें क्रोएशिया में आए भूकंप की हैं. इस भूकंप में एक की मौत हुई है और कई घायल हुए हैं.
यह भी पढ़ें: Fact Check: इटली में COVID-19 के कहर के बीच चर्च पर दिखा डरावना पक्षी, जानिए क्या है इस फेक वायरल वीडियो की सच्चाई
देखें तस्वीरें...
Road side patients in Italy. OMG that is serious pic.twitter.com/aJU2ZSyvvU
— Aviator Anil Chopra (@Chopsyturvey) March 25, 2020
सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी जानकारी देकर लोगों में डर का माहौल पैदा किया जा रहा है. क्रोएशिया की तस्वीरों को इटली का बताया जा रहा और लोगों को यह दिखाने की कोशिश की जा रही कि इटली में कितना बुरा हाल है. ऐसी अफवाहें फैलाने से बचना चाहिए और सोशल मीडिया पर आई किसी भी जानकारी को मानने से पहले उसके बारे में जांच कर लेनी चाहिए.
Fact check
इटली में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज सड़क पर हो रहा है.
यह तस्वीरें क्रोएशिया में आए भूकंप के बाद की हैं.