राहुल गांधी का '22 फर्जी वोट' वाला दावा फेल? असली वोटरों ने बताई सच्चाई, ब्राजील मॉडल' वाले आरोप की हवा निकाल दी
(Photo : X)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 'H Files' नाम से एक बड़ा खुलासा करने का दावा किया था. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ब्राजीलियन मॉडल की तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया था कि हरियाणा में इस एक तस्वीर का इस्तेमाल करके 22 फर्जी वोट डाले गए. बिहार चुनाव से ठीक पहले इस दावे ने खूब सुर्खियां बटोरीं. लेकिन अब, इस कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट आ गया है.

जिन वोटर ID कार्ड्स को फर्जी बताया जा रहा था, उनके असली मालिक खुद सामने आ गए हैं. हरियाणा की रहने वाली पिंकी और मुनीश नाम के वोटरों ने कहा है कि "भाई, हमारा कोई वोट चोरी नहीं हुआ है."


असली कहानी क्या है?

मामला 'वोट चोरी' का नहीं, बल्कि 'बाबूगिरी' यानी दफ्तर की गलती का निकला.

1. वोटर पिंकी ने क्या कहा?

पिंकी, जिनका नाम इस विवाद में आया, उन्होंने साफ-साफ कहा, "मैंने 2024 के चुनाव में अपना वोट खुद डाला था."

तो फिर गड़बड़ कहाँ हुई? पिंकी ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार अपने वोटर कार्ड के लिए अप्लाई किया था, तो गलती से उनके कार्ड पर उनकी फोटो की जगह गांव की ही किसी दूसरी महिला की तस्वीर छपकर आ गई थी.

उन्होंने तुरंत वो गलत कार्ड वापस कर दिया और शिकायत भी दर्ज करा दी. हालांकि, उन्हें आज तक सुधरा हुआ असली फिजिकल कार्ड नहीं मिला. पिंकी ने बताया कि इस बार उन्होंने अपनी वोटर स्लिप और आधार कार्ड दिखाकर वोट डाला. उन्होंने इस पूरी गड़बड़ी के लिए चुनाव कार्यालय या बीएलओ (Booth Level Officer) को जिम्मेदार ठहराया.

पिंकी के परिवार ने भी इन आरोपों को 'प्रोपेगेंडा' बताते हुए खारिज कर दिया.

2. वोटर मुनीश के परिवार ने क्या बताया?

दूसरे वोटर, मुनीश के जीजा ने भी इन सभी आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि मुनीश की मां और भाभी ने 2024 में खुद वोट डाला है और कोई वोट चोरी नहीं हुई है.

उन्होंने भी वैसी ही एक गलती का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि पहले मुनीश की फोटो बदलकर भी गांव की किसी और महिला की तस्वीर लग गई थी. इस बार भी वोटर स्लिप में गलती थी, जिस वजह से उन्हें पहले तो वोट डालने से रोका गया, लेकिन जब उन्होंने अपना असली वोटर कार्ड दिखाया, तो उन्हें वोट देने दिया गया.

उन्होंने इस गलती के लिए डेटा ऑपरेटरों पर उंगली उठाई.


राहुल गांधी का दावा क्या था?

राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि हरियाणा में ब्राजीलियन मॉडल मैथ्यूस फेरोरो (Matheus Ferroro) के नाम से 22 फर्जी वोट दर्ज हैं. उन्होंने दावा किया कि इसी मॉडल की तस्वीर सीमा, स्वीटी और सरस्वती जैसे कई नामों वाले वोटर ID कार्ड पर छपी है.

नतीजा क्या निकला?

जो दो मुख्य मामले सामने आए हैं, उनमें वोटरों का कहना है कि यह एक बड़ी साजिश नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और 'डेटा एंट्री' की गलती थी. यानी, वोटर असली थे, उन्होंने खुद वोट डाला, बस उनके कार्ड या स्लिप पर तस्वीर गलत छप गई थी, जिसे वे ठीक करवाने की कोशिश कर रहे थे.